टीम में वापसी के लिए बोर्ड ने प्लान बनाया था कि वहीं खिलाड़ी वापसी कर पायेगा जो पहले घरेलू क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन करेगा.
इस बात को सभी सीनियर खिलाड़ी जानते थे जो टीम में वापसी की उम्मीद लगाये बैठे थे.
युवराज सिंह ने काफी कठिन परिश्रम किया और घरेलू क्रिकेट रणजी में शानदार शतक लगा अपनी फॉर्म वापसी के संकेत दे दिए थे.
जब भारत न्यूजीलैंड के साथ वनडे सीरीज खेल रहा था तो युवराज सिंह रणजी में बल्ले से जबरदस्त वापसी की ताल ठोक रहे थे. जैसे ही युवराज ने रन बनाये तो सभी को लगने लगा था कि युवराज सिंह का सिलेक्शन हो जायेगा. इस बार तो विराट कोहली अपने दोस्त युवराज सिंह को टीम में बुला लेंगे क्योकि इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट टीम में सीनियर बल्लेबाज की अभी जरूरत है.
लेकिन ऐसा न हो सका और एक बार फिर से चयनकर्ताओं ने युवराज पर विश्वास नहीं दिखाया और युवराज सिंह का सिलेक्शन नहीं हुआ.
तो ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि युवराज सिंह का सिलेक्शन ना होने से अब आगे उनका आखिर प्लान क्या है? क्योकि जब हमने दिल्ली के एक वरिष्ट रिटायर खिलाड़ी से बात की तो उन्होंने भी हमको कुछ हैरान कर देनी वाली बातें बताई हैं-
युवराज सिंह अभी संघर्ष कर रहा है-
नाम ना छापने की शर्त पर इस सीनियर खिलाड़ी ने बताया कि युवराज सिंह संघर्ष कर रहा है. एक समय था जब युवराज को टीम से बाहर रखने की कोई हिम्मत तक नहीं कर पाता था. युवराज सिंह की फिफ्टी का मतलब होता था कि अब टीम की जीत निश्चित है. जो काम आज विराट कोहली कर रहे हैं वह कभी युवराज किया करते थे. लेकिन कैंसर से सही होने के बाद युवराज सिंह पर उनके ही लोगों का विश्वास नहीं रहा है.
युवराज नहीं खेलना चाहते हैं रणजी –
युवराज वाकई नेशनल टीम का प्लेयर है. भारत के लिए इस खिलाड़ी ने जो खेल खेला है वह वाकई प्रशंसा के योग्य है लेकिन अभी युवराज सिंह मज़बूरी में रणजी खले रहे हैं. उनका बस मुख्य ध्यान नेशनल टीम में खेलने के ऊपर है और वह इसीलिए इतनी मेहनत कर रहा है. आगे इस सीनियर खिलाड़ी ने बताया कि अब हो सकता है कि एक तो सीरीज में अगर युवराज को जगह नहीं मिली तो यह खिलाड़ी सन्यास की घोषणा भी कर दे. अगर ऐसा होता है तो किसी को कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए. युवराज काफी मेहनत कर रहा है और अब तो उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन भी कर दिया है किन्तु फिर भी अगर उनको टीम में जगह नहीं मिलती है तो अच्छा भी यही होगा कि वह सन्यास ले ही ले.
तो यह है अब युवराज का प्लान –
अच्छे खेल के बाद भी अगर युवराज टीम में जगह नहीं बना पाते हैं तो इससे युवराज का मनोबल कमजोर होना निश्चित है.
युवराज सिंह जानते हैं कि अभी कोई भी उनकी वेल्यू नहीं समझ रहा है. शायद इसका मतलब तो यही है कि अब उनकी जरूरत किसी को नहीं है. युवराज सिंह का प्लान तो वैसे खेलते हुए रिटायरमेंट लेने का है किन्तु युवराज बाकी सीनियर खिलाड़ियों का भी हाल देख चुके हैं. सचिन के बाद अधिकतर सीनियर खिलाड़ियों ने टीम से बाहर होकर रिटायरमेंट की घोषणा की है. सूत्रों की मानें तो युवराज सिंह के सामने भी कई सीनियर उनके दोस्त रिटायरमेंट की बात बोल चुके हैं. युवराज जानते हैं कि यदि टीम में उनको अभी जगह नहीं मिली तो वर्ल्डकप या ऐसी कोई बड़ी सीरीज में भी उनको नहीं जगह दी जाएगी और इससे बेहतर संयास ही है.
कुल मिलाकर युवराज सिंह के दिमाग में भी सन्यास की बातें चलने लगी है किन्तु देश शायद चाहता है कि युवराज अगर सन्यास ले भी तो वह खेलते हुए संन्यास ले.
वैसे बोर्ड भी युवराज को एक और मौका देने की सोच तो रहा है और यह मौका युवराज के लिए आखरी मौका होगा.
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