वैसे मोबाइल फोन का आविष्कार हमारे लिये वरदान ही दिखता है।
मिनटों में अपनों की दूरी को खत्म कर देने वाली क्रांति इसी छोटे से यंत्र की वजह से हो पाई है। तभी तो कहते हैं, पल में हो जाइये, अपनों के करीब।
आज लगभग हर हाथ में मोबाइल पहुंच गया है। इसने लोगों की निजी जिंदगी को बदलकर रख दिया है। लेकिन एक सर्वे कुछ और भी कहता है। वह कहता है कि लोग मोबाइल पर बात करने के अलावा सेक्स भी करते हैं। जो आजकल मोबाइल सेक्स के नाम से प्रचलित हो गया है। मोबाइल सेक्स इस समय टीनएजर्स और युवाओं में काफी तेजी से बढ़ रहा है। कम उम्र में ही वे खासकर रात में बात करते हुए सेक्स के बारे में ही बात करते हैं।
प्यार में अब यह इतना आसान-सा हो गया है कि हमारे युवा रात होते ही बस अपनी सेक्स की सतरंगी दुनिया सजाने लगते हैं।
लड़के इस दौरान फोन पर अपने पार्टनर से बात करते समय ही हस्तमैथुन भी करते हैं। लड़कियां मोबाइल सेक्स में काफी उत्तेजित होती हैं। मोबाइल सेक्स में स्कूल से लेकर कॉलेज जाने वाले बच्चे तक भी शामिल होते हैं।
दूसरी तरफ लड़का हो या लड़की अधिकतर युवा अपने फोन में पोर्न फिल्मों का पूरा एक बैंक बना कर रखते हैं।
रात में जब ये लोग आपस में बात करते हैं तो वे उत्तेजना से लबरेज हो जाते हैं। जिस तरीके से साथ होने पर सेक्स किया जाता है उसी प्रकार मोबाइल पर सेक्स को बातों के माध्यम से किया जाता है। सेक्स के दौरान जो क्रियाएं की जाती हैं मोबाइल सेक्स के दौरान उन्हीं बातों को किया जाता है।
टीनएजर्स और युवा मोबाइल पर सेक्स करते हुए ही रियल सेक्स की तरफ बढ़ते हैं। एक अध्ययन के अनुसार ये बात टेलीकॉम कंपनियों के टैरिफ प्लान की बिक्री के आधार पर की गई है।
और अब ये सेक्स कई सोशल साइटस के द्वारा भी किया जा रहा है। ज्ञात हो कि कुछ सोशल एपलिकेशन ऐेसी भी है जो जब चाहें, आपका सारा डाटा देख सकते हैं। संचार साधनों के रूप में मोबाइल फोन ने क्रांति कर दी है। देश में आज अधिकांश किशोरों और युवाओं के हाथों में उच्च तकनीक का स्मार्टफोन है।
यह हाथ का खिलौना आज सेक्स विकृति के साधन पूर्ति का नायाब उपकरण बन कर युवाओं और किशोरों को अपराध की दुनिया में घसीटता प्रतीत होता है। मल्टी फंक्शनल मोबाइल फोन आज युवाओं और किशोरों की अच्छी बुरी सभी पूर्तियों का साधन बन गया है।
मोबाइल फोन एक ऐसा साधन बनकर हमारे बीच मौजूद है जो दूसरों की कमजोरियों के चलते उन्हें ब्लेकमेलिंग की दिशा में घसीट रहा है। एमएमएस, वीडियोग्राफी और कैमरे की आंख से अश्लील चित्रण के माध्यम से युवाओं और किशोरों में ब्लेकमेलिंग की प्रवृत्ति को बढ़ावा दे रहा है। हर तरह की अश्लील वेबसाईट इस छोटे से उपकरण से देखी और डाउन लोड की जा सकती है.
कहते हैं कि सेक्स को दिमाग से नियंत्रित किया जाता है। जब मोबाइल पर सेक्स किया जाता है तो इसमें दिमाग पूरी तरह से शामिल होता है। अक्सर युवा और टीनएजर्स इसमें उतना ही आनंद उठाते हैं जैसे असल में सेक्स करते हुए उठा रहे हों।
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