इस बात में कोई दो राय नहीं है कि बदलते वक़्त के कारण कई चीजों में बदलाव आये हैं.
इन बदलावों को हम लोगों ने बड़े अच्छे से गले लगाया और एक नदी के पानी के सामान बदलते वक़्त के साथ ढल चुके हैं. वक़्त की जो दरकार थी उसे हमनें पूरी तरह निभाया है. कुछ इसी प्रकार वक़्त के साथ रिश्तों में भी कई बदलाव देखने को मिलते हैं. जैसे पहले की तुलना में आज के कई रिश्ते भी बड़े प्रगाढ़ हो चुके हैं.
जैसे आज की तारीख में एक बेटे और एक बाप का रिश्ता करीब-करीब एक दोस्त की तरह हो गया है जो पहले के ज़माने की तुलना में एक अलग बात है. इसी के साथ प्रेम सबंधों ने भी एक लम्बी राह नापी है और आज कल के युवा प्रेम सम्बन्ध, एक अलग स्तर पर चले गए हैं जिसमें कई नयी बातें जोड़ी गई हैं.
अगर आप आज कल के युवा प्रेमियों को देखेंगें तो समझ आएगा कि वह बड़े ही खुले ख्यालातों के हो गए हैं. एक तरह से देखा जाये, तो आप आज के युवाओं में एक अलग तरह का विश्वास देखेंगें. वे अपने संबंधों को लेकर भी काफी आत्मा-विश्वासी और सजग रहते हैं. एक दुसरे पर निर्भर होने के बजाय वे आत्मनिर्भर होने में विश्वास रखते हैं. वह वक्त अब पुराना हो चला है, जब हम छुप-छुप कर प्यार करते थे. आज कल के युवा अपने रिश्तों को छुपाने में विश्वास नहीं रखते और बेधड़क हाथ में हाथ डालकर घूमते हैं. इसे वह अपनी खुद की पसंद मानते हैं और यहाँ किसी प्रकार की दखलंदाजी भी पसंद नहीं करते.
इसी के साथ अगर हम आज देखें तो लड़का और लड़की अपने आपको एक रिलेशनशिप में बराबर मानते हैं. तो यदि एक लड़का और लड़की कभी बाहर लीजिये खाने का मजा लेने भी जाते हैं तो अब लड़कियां भी बिल भरने से पीछे नहीं हटती. वे इस स्टीरियोटाइप को तोडती हैं कि यह काम सिर्फ लड़कों का ही है. कई चीज़ों में अब वह दोनों मिलकर पैसे देने में भी नहीं कतराते हैं.
एक और सबसे प्रमुख बात है इंडिविजुअल स्पेस की, जिसे आज कल के युवा प्रेमी बड़ी तवज्जो देते हैं. उनका यह मानना है कि एक दुसरे के साथ अच्छा वक़्त गुजारने के अलावा खुद के लिए भी समय निकालना पसंद करते हैं. वे एक ऐसे रिश्ते में विश्वास रखते हैं.
बदलते वक़्त के साथ जैसा की आप देख रहे हैं कई बदलाव आये हैं और ये कुछ प्रमुख है जिसे हम लोगों ने खुले दिल से अपनाया है. लेकिन एक महत्वपूर्ण बात यह है कि वक़्त कितन भी बदले पर इन रिश्तों की पवित्रता कभी न बदले.