दहीं के गुण – शुभ काम की शुरूआत दही चीनी के साथ करना हमारे यहाँ का पुराना रिवाज़ है, यही दही है जो कभी पराठों का दोस्त बन जाता है तो कभी लस्सी बन गर्मी के मौसम में ठंडक पहुचाता है । खाने में दही का प्रयोग पिछले लगभग 4500 साल से किया जा रहा है।
दूध के मुकाबले जल्दी पच जाने वाला दही प्रो़टीन का अच्छा सोर्स है, जिससे रोज़मर्रा के खाने में शामिल कर आप अच्छी सेहत का उपहार पा सकते है ।
दही अपने अदंर कई गुणो को छुपाए है, दूध मे हल्की सी खटास मिला कर दही को जमाया जाता है ।
अकसर हमारे घरो मे मिट्टी के बर्तन मे या स्टील के बर्तन मे दही जमा कर तैयार किया जाता है । स्वाद मे हल्की खटास लिए दही, तासीर मे शीतल माना जाता है ।
दहीं के गुण – गुणो से भरपूर दही को आइए कुछ और करीब से जानते है
दहीं के गुण – गुणो का खज़ाना
दूध प्रोटीन का अच्छा सोर्स है इसलिए उससे बनाने वाला दही भी प्रोटीन का अच्छा सोर्स है । इसके साथ ही दही की तासीर ठंडी होती है जो शरीर मे शीतलता पहुँचाने का काम करती है साथ ही यह प्रोटीन, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन B6 और विटामिन B12जैसे पोषक तत्वों से का एक बेहतरीन सोर्स है ।
बेजोड़ दही के बेमिसाल फायदे
अनिद्रा से मुक्ति
दही का रोज़ सेवन करने से नींद ना आने की समस्या मे राहत मिलती । बहुत से लोगो का ये भी माना है कि दही मे प्याज़ मिलाकर खाने से भी अनिद्रा मे फायदा मिलता है ।
पेट के कीड़ो का रामबाण
अगर आपको पेट के कीड़े की समस्या है तो दही मे शहद मिलाकर कुछ दिन सुबह खाली पेट इसका सेवन करे, ध्यान रखे इस तरीके के लिए असली शहद का ही प्रयोग करे ।
बेहतर पाचन शक्ति के लिेए
दही के नियमित सेवन से आपको पेट से जुड़ी समस्यें नही होती क्यूकिं दही पचाने मे सरल होता है और साथ अम्ल की अधिकता के कारण इसमे मौजूद तत्व पाचन प्रक्रिया को मज़बूत करने का काम करते है ।
पेट से जुड़ी अधिकतर परेशानियों मे जैसे- अपच, कब्ज, गैस आदि मे दही का सेवन करने की सलाह दी जाती है उनके लिए दही या उससे बनी लस्सी, मट्ठा, छाछ का उपयोग करने से आंतों की गरमी दूर हो जाती है। इससे डाइजेशन अच्छी तरह से होने लगता है और भूख खुलकर लगती है।
दहीं के गुण – गर्मी से छुटकारा
लू लग जाने पर छाछ या सामान्य दही का सेवन अच्छा होता है इससे शरीर की गर्मी मे राहत मिलती है । गर्मियों के मौसम मे दही की छाछ या लस्सी बनाकर पीने से ठंडक मिलती है।
पेट में गड़बड़ होने पर दही के साथ ईसबगोल की भूसी लेने या चावल में दही मिलाकर खाने से दस्त बंद हो जाते हैं। पेट के अन्य रोगों में दही को सेंधा नमक के साथ लेना फायदेमंद होता है। एकशोधके अनुसार दही का नियमित सेवन करने से आंतों के रोग और पेट संबंधित बीमारियां नहीं होती हैं।
मज़बूत हड्डियो के लिए
दही मे दूध के मुकाबले 18 गुणा ज़यादा कैल्सियम होता है जो कि हड्डियों के बहुत ही लाभकारी है । महिलाओं को दही का रोज़ना सेवन करना चाहिए क्यूकिं पीरडस् के कारण शरीर में अकसर कैल्सियम की कमी हो जाती है जिससे दही और दूध के रोज़ना इस्तेमाल से आप पूरा कर सकते है ।
दिल की बेहतर सेहत के लिेए
दिल के रोग, हाई ब्लड प्रेशर और गुर्दों की बीमारियों को रोकने की बेजोड़ ताकत दही की एक खा़स खुबी है। यह कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकता है और दिल की धड़कन सही बनाए रखता है।
जलने व खुश्की
अगर आप कही से जल गए है या शरीर और बालो मे खुश्की की परेशानी झेल रहे है तो दही को उस स्थान पर लगाए, ये आपकी स्कीन व बालो को जरुरी नमी देकर उन्हे मुलायम बनाती है ।
बवासीर
बवासीर रोग के कारण कितने ही लोग काफी परेशानियों का सामना करते है इस रोग से पीडि़त रोगियों को दोपहर के भोजन के बाद एक गिलास छाछ में अजवायन डालकर पीने से लाभ मिलता है।
हेयर टॉनिक
बालों को सुंदर और आकर्षक बनाए रखने के लिए दही या छाछ से बालों को धोने से फायदा होता है। इसके लिए नहाने से पहले बालों में दही को अच्छी तरह लगना कर थोड़ी देर छोड़ दे ।कुछ समय बाद बालों को धो ले आपके बाल ज़्यादा मुलायम और चमकदार बन जाएगे । आप दही मे मेथी दाना और नीम्बू को मिलाकर भी बालो मे लगा सकते है ।इसके नियमित इस्तेमाल से बालो का झड़ना भी कम होता है ।
स्कीन टॉनिक
दही त्वचा की रंगत निखारने के साथ साथ टैनिगं को भी दूर करता है त्वचा के लिए दही अमृत समान है इसकी मदद से आप अपनी त्वचा को रिपेयर कर सकते है दही ड्राई त्वचा वाले व्यक्ति के लिए बहुत ही बढ़िया है ।
इसमें नींबू का रस मिलाकर चेहरे, गर्दन, कोहनी, एड़ी और हाथों पर लगाने से शरीर निखर जाता है। दही की लस्सी में शहद मिलाकर पीने से सुंदरता बढ़ने लगती है। दही और बेसन के मिश्रण से मालिश करें। पसीने की दुर्गंध दूर हो जाएगी।
वजन बढ़ाने और घटाने में सहायक
दही में किशमिश, बादाम या छुहारा मिलाकर दिया जाए तो ये आप वजन में इजा़फा करता है, वही दही के सेवन से शरीर की फालतू चर्बी को भी घटाया जा सकता है क्योकि इसके सेवन से पाचन तंत्र सही से काम करने लगता है ।
इसके अलावा झाईयाँ, फटे होठ, अपच, दाद आदि जैसी कई परेशानियों में दही बहुत बेहतर तरीके से काम करता है। बस ध्यान देने वाली बात ये है कि इसको रात के समय इस्तेमाल ना किया जाए और साथ ही आपकी तासीर शीतल है तो इसका सेवन कम करे । बासी दही और ज़्यादा खटा दही बलग़म बनता है तो उसका प्रयोग ना करे।
ये है दहीं के गुण – दही गुणो की खा़न है इसको समझदारी से अपनी रोज़मर्रा की ज़िदंगी में शामिल करे और मन चाहा लाभ उठाए ।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया में सबसे लोकप्रिय टी20 क्रिकेट लीग में से एक है,…
दुनिया मे सबसे ताकतवर चीज है हमारी सोच ! हम अपनी लाइफ में जैसा सोचते…
सूर्य ग्रहण 2020- सूर्य ग्रहण कब है, सूर्य ग्रहण कब लगेगा, आज सूर्य ग्रहण कितने…
कोरोना महामारी के कारण देश के देश बर्बाद हो रही हैं, इंडस्ट्रीज ठप पड़ी हुई…
दुनियाभर के 200 देश आज कोरोना संकट से जूंझ रहे हैं, इस बिमारी का असर…
वैसे तो गांधी परिवार पूरे विश्व मे प्रसिद्ध है और उस परिवार के हर सदस्य…