जी हां ये कोई मामूली ट्विटर एकाउंट नहीं है.
जैसे ही इस ट्विटर पर कोई सूचना डाली जाती है तो उसी पल उत्तर प्रदेश पुलिस ही नहीं बल्कि पूरे प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगते हैं.
दरअसल ये ट्विटर है ही इतना महत्वपूर्ण कि इसको इग्नोर करना खतरे से खाली नहीं है.
ये है उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ट्विटर अकाउंट.
प्रदेश की जनता की समस्या से रूबरू होने और उसको परेशानियों से निजात दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ट्विटर अकाउंट @myogiadityanath बनाया है.
जब से ये योगी आदित्यनाथ का ट्विटर अकाउंट बना है उसके बाद से लोग अब अपनी समस्याएं इसी ट्विटर पर टैग कर रहे हैं. ऐसा नहीं है कि योगी मंहत है और आधुनिक संचार तकनीक से नावाकिफ है. बल्कि वो इस पर सक्रिय भी है.
ट्विटर के जरिए लोगों की समस्या पर नजर रखने का ही असर है कि उत्तर प्रदेश में नई सरकार का असर अफसरों में दिखने लगा है.
कुछ दिन पहले कानपुर के कल्याणपुर में हार्डवेयर कारोबारी के घर में घुसकर उनकी पत्नी, दो बेटियों से छेड़छाड़, मारपीट की गई थी. पुलिस जैसा कि आम तौर पर होता है इस घटना को भी हल्के में निपटाने में जुटी थी.
लेकिन 21 मार्च की दोपहर दो बजे एक बेटी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को ट्वीट कर न्याय की गुहार लगाई. इस ट्विट से पहले जो पुलिस हीला हवाली कर रही थी वो पुलिस सीएम को ट्वीट के महज एक घंटे बाद पीड़ित पक्ष के घर पहुंचकर सुरक्षा और कार्रवाई की बात करने लगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दफ्तर से आदेश आने के बाद कार्यवाहक एसएसपी कई पुलिस अफसरों केे साथ खुद पीड़ित के घर पहुंचे और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए. यही नहीं आनन फानन में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी शुरू हो गई.
ये योगी की सत्ता का ही असर है कि जो पुलिस दो साल से कार्रवाई करना तो दूर पीड़ित को थाने से ही भगा देती थी वो पुलिस अब पीड़ित के घर पर जाकर रिपोर्ट दर्ज कर रही है.
गौरतलब है कि नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त छवि से प्रशासन एकदम अलर्ट पर है. पुलिस या किसी भी महकमे का अधिकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ट्वीटर को हल्के में नहीं ले रहा है. जिस भी विभाग से संबंधित शिकायत या सूचना मुख्यमंत्री ट्वीटर पर पहुंचती है वहां अधिकारियों की धड़कने बढ़ जाती है.