मंदिर का इतिहास
इस मंदिर का निर्माण 15वीं शताब्दी में किया गया था. संगमा राजवंश राजा हरिहर बुक्का ने इस मंदिर को बनवाया था.
कहा जाता है ऋषि अगस्त्य इस स्थान पर भगवान वेंकटेश्वर का मंदिर बनाना चाहते थे पर मंदिर में मूर्ति की स्थापना के समय मूर्ति के पैर के अंगूठे का नाखून टूट गया.
इस घटना की वजह जानने के लिए अगस्त्य ने भगवान शिव की तपस्या की. उसके बाद भगवान शिव के आशीर्वाद से अगस्त्य ऋषि ने उमा महेश्वर और नंदी की स्थापना की थी.