किम योंग इल
उत्तर कोरिया के दुसरे सुप्रीम लीडर 1994 में में सीनियर किम की मृत्यु के बाद कोरिया की बागडोर संभाली और अपनी नीतियां और जनता और सिस्टम पर प्रतिबन्ध की बदौलत एक तानाशाह का दर्जा हासिल किया.
किम योंग के कार्यकाल में उत्तरी कोरिया को बहुत सी मुश्किलों से गुजरना पड़ा जिसमे वित्तीय अव्यवस्था और मानवाधिकारों का हनन प्रमुख रूप से हुआ.
उनकी मृत्यु के बाद भी हालत कुछ खास नहीं सुधरे और उत्तरी कोरिया लगातार तानशाही की तीसरी पीढ़ी को झेल रहा है.