धर्म और भाग्य

दिवाली के दिन सुबह इन 5 देवताओं की पूजा करना कभी ना भूलें!

दिवाली के दिन इन देवों की पूजा  – दिवाली रोशनी का त्यौहार है.

वैसे त्यौहार अगर हमारे जीवन में आते हैं तो निश्चित रूप से उनके साथ खुशियाँ भी आती हैं.

त्यौहार का दिन जहाँ एक तरफ खुशियाँ मनाने का दिन होता है तो वहीँ दूसरी तरफ भगवान को धन्यवाद करने का सही समय भी यही बताया गया है. सदियों से बोला गया है जो सुख में भगवान का धन्यवाद करता है उसको दुःख नहीं उठाने पड़ते हैं.

तो दिवाली के मौके पर हम ईश्वर की पूजा तो करते हैं किन्तु दिवाली के दिन इन देवों की पूजा करना और उनको धन्यवाद बोलना भूल जाते हैं.

आपको हमेशा धन की चिंता रहती है इसलिए लक्ष्मी जी को आप पूजना नहीं भूलते हैं किन्तु दिवाली के दिन इन देवों की पूजा करने को बोला गया है-

दिवाली के दिन इन देवों की पूजा –

1. भगवान राम की हर कीमत पर पूजा करें

भगवान राम जब रावण वध कर अपने राज्य में लौटे तो उसके उपलक्ष्य में दीपों का यह त्यौहार हम आज तक मनाते आ रहे हैं. किन्तु बहुत ही कम हिन्दू ऐसे हैं जो इस दिन राम को याद करते हैं और उनकी पूजा करते हैं. इसलिए प्रातः सुबह की भगवान राम का तिलक करें और आरती कर, भगवान राम की पूजा आप जरुर करें.

2. हनुमान जो साक्षात् विराजित हैं

भगवान हनुमान तो वैसे भी वहां उपस्थित हो जाते हैं जहाँ दिल से राम की पूजा की जा रही हो. इसलिए आप अगर राम के बाद हनुमान जी की पूजा कर लें तो इससे अच्छी बात कुछ हो ही नहीं सकती है. हनुमान जी की आरती करें और हनुमान चालीसा का पाठ जरुर करें.

3. भगवान शिव को इस दिन ना जाने क्यों नहीं पूजा जाता है

देवो के देव महादेव की पूजा तो इस दिन सर्व फल देने वाली बताई जाती है. लेकिन बड़े दुर्भाग्य की बात है कि आज की पीढ़ी को कोई यह बताता ही नहीं है कि दिवाली की सुबह शिव की पूजा करने से व्यक्ति के कर्म साफ़ हो जाते हैं. इसलिए आप इस दिवाली इनकी पूजा जरुर करें.

4. धन के देवता कुबेर की पूजा

लक्ष्मी जी घर में आती हैं और टिकती नहीं हैं क्योकि धन के देवता कुबेर आपके यहाँ धन की सुरक्षा नहीं कर रहे हैं. आप अगर कुबेर जी की पूजा नहीं करते हैं तो आपके यहाँ धन भी उस गति से नहीं आएगा. इसलिए किसी भी स्थिति में आपको कुबेर देवता की पूजा दिवाली के दिन जरुर करनी चाहिए.

5. इससे उत्तम कुछ नहीं की सत्यनारायण की कथा हो घर में

शास्त्र भी बताते हैं कि अगर दिवाली की सुबह घर के अन्दर सत्यनारायण की कथा हो जाती है तो इससे पूरे परिवार के दुःख-कष्टों का अंत होने लगता है. घर में सकारात्मक शक्ति आती है और इस पूजा से व्यक्ति के भाग्य का भी उदय होता है. वैसे भी इस कथा को कराने में मात्र कुछ आधा घंटा ही लगता है. राम जी ने अपने राज्य में पहुँचने के बाद सत्यनारायण की कथा का आयोजन कराया था.

तो इस तरह से दिवाली के दिन इन देवों की पूजा जरुर करें. त्यौहार के दिन बुराइयों को छोड़कर अगर आप ईश्वर की तरफ ध्यान लगाते हैं तो इससे आपके दुखों का अंत होना निश्चित हो जाता है.

Chandra Kant S

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Chandra Kant S

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