2. हनुमान जो साक्षात् विराजित हैं
भगवान हनुमान तो वैसे भी वहां उपस्थित हो जाते हैं जहाँ दिल से राम की पूजा की जा रही हो. इसलिए आप अगर राम के बाद हनुमान जी की पूजा कर लें तो इससे अच्छी बात कुछ हो ही नहीं सकती है. हनुमान जी की आरती करें और हनुमान चालीसा का पाठ जरुर करें.