सबसे बड़े एयरपोर्ट का निर्माण – चीन एक ऐसे देश के रूप में उभर रहा है, जिसकी शक्ति आने वाले समय में बहुत होगी.
चीन को रोकना किसी भी क्षेत्र में अब बहुत मुश्किल होगा. कभी रोड, कभी समुद्र में ब्रिज तो अब दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाने की शुरुआत भी चीन ने कर दी है. चीन का ये प्रोजेक्ट बहुत ही बड़ा और दुनिया का अनोखा प्रोजेक्ट है.
चीन की जनसंख्या इतनी होने के बाद भी वो विकास के क्षेत्र में बाकी देशों से बहुत आगे है.
सबसे बड़े एयरपोर्ट का निर्माण –
चीन ने दूसरे देशों की मुश्किल बढ़ा दी है.
चीन ने ऐसी मिसाल कायम की है कि दुनिया के बाकी देश दांतों तले उंगली दबा लेंगे. बड़े-बड़े पुल लेकर गगनचुंबी इमारतों के निर्माण में चीन का कोई सानी नहीं है. अब चीन दुनिया का सबसे बड़े एयरपोर्ट का निर्माण करने जा रहा है. उम्मीद की जा रही है कि इसका परीक्षण 2019 में शुरू किया जा सकता है. इस एयरपोर्ट पर दुनियाभर के लिए उड़ानें उपलब्ध होंगी. इसकी बनावट लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है.
आपको जानकर हैरानी होगी की इस सबसे बड़े एयरपोर्ट का निर्माण कार्य २०१४ से ही शुरू है, लेकिन चीन ने इसकी खबर अब दी.
चीन के इस काम से भारत के प्रधानमन्त्री सहित अमेरिका तक के राष्ट्रपति की कुर्सी हिल गई होगी.
सभी ये सोचने में लगे होंगे कि आखिर ये देश इतना सबकुछ कैसे कर रहा है. हवाईअड्डे का निर्माण करने वाली कांट्रेक्टर कंपनी बीजिंग कंस्ट्रक्शन इंजीनयिरंग ग्रुप का कहना है कि परियोजनाओं से जुड़े इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स 2019 के जुलाई महीने तक पूरे हो जाएंगे और फिर टेस्ट ऑपरेशन तीन महीने बाद शुरू हो जाएंगे.
चीन में एक अजीब सी जिद्द देखने को मिलता है. वो जो ठानता है करके ही दम लेता है. उसके बीच उसके देश की गरीबी और जनसंख्या कभी आड़े नहीं आती.
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस प्रोजेक्ट पर कितना खर्च हो रहा होगा. इस पर 80 अरब युआन खर्च होंगे. इसे एक बड़े फूल के आकार का बनाया जा रहा है जो 3,13,000 वर्ग मीटर जगह को घेरेगा.
इसमें छह गलियारें होंगे. इसमें गार्डन, लैडस्कैप और घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पैसेंजरों के लिए अलग-अलग टर्मिनल होंगे. साल में इस एयरपोर्ट से दस करोड़ यात्री सफर करेंगे. आपको सुनकर चक्कर आ रहा होगा. इतना ज्यादा खर्च. चीन हर तरह से मज़बूत हो रहा है.
पूरी दुनिया की नज़रें इस समय चीन पर ही होंगी. सबको इस बात का डर सता रहा होगा कि आखिर एक दिन विकास करते-करते चीन दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश न बन जाए. यह एयरपोर्ट 46 किलोमीटर दक्षिण में दाक्सिंग जिले और लांगफांग की सीमा पर मौजूद है. लांगफांग हिबेई राज्य में मौजूद है.
इतने खूबसूरत एअरपोर्ट को देखने ही लोग चीन पहुंचेंगे. इससे चीन की अर्थव्यवस्था को बहुत लाभ मिलेगा. चीन में जो गरीबी है वो दूर होगी. वहां के लोगों को नौकरी मिल सकेगी और चीन वास्तविक में विकसित देश की श्रेणी में खड़ा हो जाएगा.
ये है सबसे बड़े एयरपोर्ट का निर्माण – इस एयर पोर्ट की सुंदरता दुनियाभर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगा. लाज़मी है कि चीन में लोगों के घूमने की संख्या बढ़ेगी. चीन को इससे बहुत फायदा मिलेगा. चीन में विकास की दर ऊपर उठेगी. चीन का ये कदम उसे हर क्षेत्र में आगे लाकर खड़ा कर देगा.