5. उस समय भारत ने ब्रिटिश राज से आजाद होने के लिए इस युद्ध के लिए अपनी हांमी भरी थी. युद्ध में २० लाख से अधिक सैनिकों को भेजा गया, जिसमें 15 लाख भारतीयों ने अपनी जान न्यौछावर की थी. सरकारी आंकड़ों में यह संख्या काफी कम दिखाई गई है. यह आंकड़ा आप कभी पराधीन नहीं हुआ भारत, पुस्तक से जांच सकते हैं.