महिला क्रिकेट इतिहास – भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में क्रिकेट का तगड़ा क्रेज़ देखने को मिलता है। शायद यही वजह है कि अब महिलाओं के क्रिकेट की भी शुरुआत हो गई है।
पहले सिर्फ पुरुष ही क्रिकेट खेला करते थे लेकिन अब महिलाओं ने भी मैदान में उतरना शुरु कर दिया है।
आज हम आपको महिला क्रिकेट इतिहास के बारे में कुछ दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं जिनके बारे में जानकर आपको हैरानी होगी।
तो चलिए जानते हैं महिला क्रिकेट इतिहास के बारे में दिलचस्प बातें।
महिला क्रिकेट इतिहास –
- बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि सबसे पहली बार 26 जुलाई, 1745 को महिला टीम द्वारा क्रिकेट खेला गया था।
- इसके बाद सबसे पहली बार इंग्लैंड में महिला टीम बनी थी जिसका नाम इंग्लैंड लेडी क्रिकेटर रखा गया था और पहला महिला वर्ल्डकप भी इंग्लैंड में ही खेला गया था। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद में बाद में इसका विलय कर दिया गया था।
- महिला क्रिकेट टीम का पहला टेस्ट मैच साल 1943 में इग्लैंड वुमेन टीम और ऑस्ट्रेलिया वुमेन टीम के बीच खेला गया था।
- पहली बार महिला क्रिकेट विश्व कप की बात करें तो ये 1973 में इंग्लैंड में आयोजित किया गया था।
- महिला क्रिकेट टीम को भारत में वुमेन इन ब्लू के नाम से भी जाना जाता है। महिला क्रिकेट टीम ने अपना पहला टेस्ट मैच 1976 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ बैंगलोर में खेला था।
- इनका पहला एकदिवसीय मैच 1978 में कोलकत्ता में इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला गया था।
- महिला क्रिकेट टीम ने अपना पहला 20-20 मैच 5 अगस्त 2006 को डर्बी में इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया था।
- साल 2002 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विदेशी भूमि पर अपना पहला टेस्ट मैच भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने जीता था।
- पहली बार इंडियन वुमेन क्रिकेट टीम ने एशिया कप साल 2004 में जीता था। अंजुम चोपड़ा ओडीआई में शतक लगाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी बनी थीं।
वैसे तो अब महिला क्रिकेट को भी लोग बहुत पंसद करते हैं लेकिन अभी भी क्रिकेट प्रेमियों पर पुरुष किक्रेट का खुमार ज्यादा रहता है। इसकी एक वजह ये भी हो सकती है कि पुरुष क्रिकेट बहुत पुराना है जबकि महिलाओं ने अभी कुछ समय पहले ही खेलना शुरु किया है।
अब लगता है कि महिला क्रिकेट टीम को ज्यादा लोकप्रियता पाने में थोड़ा समय लगेगा। वैसे भारत में तो क्रिकेट खेलने वाली महिलाओं को खूब सम्मान मिल रहा है। भारतीय महिला क्रिकेटर्स तो पुरुष क्रिकेटर्स की तरह विज्ञापनों में भी नज़र आने लगी हैं।
भारत में क्रिेकेटर्स को बहुत प्यार मिलता है और उम्मीद है कि महिला क्रिकेटर्स को भी देश और दुनिया द्वारा सराहा जाएगा। इसी आशा से महिला क्रिकेट टीम खूब मेहनत कर रही है। पहले के समय में क्रिकेट को महिलाओं के लिए नहीं समझा जाता था और लड़के ही इस खेल में अपना हाथ आज़माते थे लेकिन अब समय के साथ सोच भी बदल गई है और क्रिकेट की दुनिया में महिलाओं ने ना सिर्फ कदम रखा है बल्कि बहुत अच्छा नाम भी कमा रही हैं।
महिलाओं के क्रिकेट खेलने के बारे में आपका क्या कहना है ?