आजकल लड़कियों की वर्जिनिटी को लेकर तरह—तरह के मिथक चल रहे हैं.
आखिर हमारे पुरुष प्रधान देश में लड़कियों का वर्जिन होना क्यों जरूरी माना जाता है.
आइए जानते हैं लड़कियों की वर्जिनिटी से जुड़ी ऐसी ही 10 आश्चर्यजनक बातें-
1. हमारे समाज में लड़कियों की वर्जिनिटी का मतलब पहली बार सैक्स के दौरान योनि से ब्लीडिंग होने का माना गया है, जो कि बहुत ही पिछड़ी मानसिकता को दर्शाता है. जरूरी नहीं है कि ये ब्लीडिंग सैक्स के समय ही, बल्कि कई बार खेलते—कूदते और साइकिल चलाते हुए भी हो जाती है जो की सामान्य है.
2. हाइमन लड़की के प्राइवेट पार्ट में बनी हुई एक पतली सी चमड़ी कि परत कि तरह होती है जो योनि कि द्वार पर होती है. कई बार हाइमन संबंध बनाने के बाद भी नहीं टूटती है. इसका कारण महिलाओं की हाइमन का बहुत लचीला होना है.
3. हाइमन के फटने से संबंध बनाने का कोई रिश्ता नहीं है. यह तो हम लोगों की सोच से उपजी मिथक धारणा है, जो केवल महिलाओं के चरित्र पर उंगली उठाने के लिए है.
4. कई बार लोग पहली बार सेक्स करते समय ज्यादा जोर लगाते हैं. मगर इसकी कोई जरूरत नहीं होती है. पहली बार संबंध जितने आराम से बनाया जाए उतना ही अच्छा अनुभव होता है. अगर किसी महिला को पहली बार संबंध बनाते वक्त खून नहीं निकलता तो इसका मतलब यह नहीं की वह वर्जिन नहीं है.
5. कई बार वर्जिनिटी के डर के मारे लड़कियां एक्सरसाइज व अन्य खेल—कूद वाली गतिविधियां भी नहीं करती हैं कि कहीं इससे उनकी वर्जिनिटी न भंग हो जाए है.
6. वर्जिनिटी की आड़ में कई बार पुरुष महिलाओं को करैक्टर लैस भी साबित कर देते हैं, जो की गलत है. हर बार महिलाओं से ही क्यों मांगा जाता है वर्जिनिटी का सबूत? पुरुष कितनी बार संबंध बनाते हैं ये जानने के लिए क्या उनके लिए कोई झिल्ली बनी है.
7. सेक्स लड़के और लड़कियों की शारीरिक जरूरत है. कई बार लड़कियों को पीरिडस में काफी दर्द बर्दाश्त करना पड़ता है. तब डॉक्टर भी लड़कियों को शारीरिक संबंध बनाने का सुझाव देते हैं जिससे वह इस दर्द से निजात पा सकें. तो इसका मतलब ये बिल्कुल भी नहीं है कि लड़कियों की वर्जिनिटी ख़त्म हो चुकी है.
8. लड़कियों की वर्जिनिटी को आधुनिक युग में नारी की अग्निपरीक्षा माना जाता है. अर्थात् पहली रात उसके लिए वह अमावस्या की रात होती है जो उसके योनि से निकले खून पर निर्भर होती है. इससे कई बार कितने रिश्ते बनते—बनते ही टूट जाते हैं.
9. लड़कियों के अंगों का देखकर भी कई लड़के उनके वर्जिन होने का अंदाजा लगाते हैं. वह उनकी चाल और उभरे बैक पार्ट को देखकर पता लगाने की कोशिश करते हैं कि उसने पहले किसी के साथ संबंध बनाएं हैं या नहीं.
10. आज के लाइफस्टाइल और खान—पान के चलते भी कई बार लड़कियों की हाइमन झिल्ली पूरी तरह से आकार नहीं ले पाती है और यदि ले भी लेती है तो हल्की होने के कारण कई बार वजनदार चीज उठाने के कारण भी फट जाती है. इसका मतलब यह नहीं की आपके पार्टनर के किसी ओर से संबंध हैं.
ये वो 10 कारण हैं जो लड़कियों की वर्जिनिटी को लेकर आपकी आंखें खोल देंगे.
वैसे वर्जिनिटी की सारी बातें आज भी भारत जैसे देश में हो रही हैं यह जरूर हैरानी वाली बात है.
पश्चिम के कई देशों में वर्जिनिटी केवल मजाक ही है.
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