महिला फुटबॉल – ऐसे कई देश हैं, जहां फुटबॉल बहुत ज्यादा पॉपुलर है।
जिस तरह हमारे देश में गली-गली में क्रिकेट खेला जाता है। उसी तरह इन देशों में बच्चे फुटबॉल लिए घूमते हैं। फिर ‘फीफा वर्ल्ड कप’ जैसे बड़े टूर्नामेंट्स के दौरान इनका क्रेज अलग ही लेवल पर होता है। मगर दुर्भाग्य की बात है कि जब फीफा महिलाओं का वर्ल्ड कप आयोजित करवाता है तो कोई उत्साह नजर नहीं आता है।
क्रिकेट की तरह ही फुटबॉल से जुड़ी महिला फुटबॉल खिलाड़ी भी इतनी पॉपुलर नहीं है। बहुत ही कम लोग किसी महिला फुटबॉल खिलाड़ी का नाम जानते होंगे। मगर इन सबका यह मतलब नहीं है कि महिलाओं को फुटबॉल खेलना पसंद नहीं होता है। पूरी एनर्जी के साथ महिला फुटबॉल खेलती है।
जबकि वो तो बुर्का पहनकर भी फुटबॉल खेल सकती है।
अगर आपको विश्वास नहीं हो रहा है तो इस लड़की के वीडियोज देखकर आप भी इस बात को मानने लगेंगे। यह तो हम सभी जानते हैं कि फुटबॉल के खेल में पैरों का इस्तेमाल होता है। बावजूद इसके यह लड़की बुर्का पहनकर फुटबॉल के साथ करतब करती है। आप इस लड़की का टैलेंट देखेंगे तो इस पर फिदा हो जाएंगे।
महिला फुटबॉल खिलाडी –
फुटबॉल क्वीन
18 वर्षीय ‘Qhouirunnisa Syasya’ मुस्लिम देश मलेशिया की रहने वाली है। कई अन्य मुस्लिम देशों की तरह ही मलेशिया में भी मुस्लिम महिलाएं बुर्के में रहती हैं और उन पर कई तरह की पाबंदियां भी है। बावजूद इसके यह लड़की फुटबॉल के साथ जो करतब दिखाती है, इसे देखकर आप इसे ‘फुटबॉल क्वीन’ ही कहेंगे।
सोशल मीडिया सेलिब्रिटी है यह लड़की
यदि आपको लग रहा है कि यह लड़की अचानक से ही लाइमलाइट में आ गई तो बता दे कि Qhouirunnisa के इंस्टाग्राम पर 70 हजार से अधिक फॉलोअर्स है और वो अक्सर ही अपने फुटबॉल से करतब करते हुए वीडियो अपने अकाउंट पर शेयर करती है।
इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि Qhouirunnisa कितनी सहजता के साथ पैरों के बीच, पीठ के ऊपर रखकर व नीचे बैठकर फुटबॉल को बैलेंस कर पा रही है। बुर्का पहनकर यह कर पाना बिल्कुल आसान नहीं है।
Qhouirunnisa मलेशिया की राजधानी कुआलालम्पुर से 40 किलोमीटर दूर बसे क्लैंग शहर में रहती है। यह लड़की फ्रीस्टाइल में माहिर है। आप देख सकते हैं कि वो जब तक चाहे तब तक फुटबॉल को बैलेंस कर सकती है।
इस लड़की का मानना है कि बुर्का पहनने से इसे कोई दिक्कत नहीं होती है। वो तो इसे बहुत आम मानती है। उसके अनुसार आप इसे कैसे हैंडल करते हैं बस यही मायने रखता है।
मलेशिया के युथ एंड स्पोर्ट्स मिनिस्टर सईद सद्दीक़ ने ट्वीट के जरिए Qhouirunnisa की सराहना की। उनका मानना है कि इस लड़की को देखकर अन्य महिलाएं आगे आएंगी और साबित करेंगी कि खेल के रास्ते में हिजाब अड़ंगा नहीं होता है।
इस लड़की का मानना है कि इस्लाम लड़कियों को फुटबॉल खेलने से नहीं रोकता है। उसने 2016 में यू ट्यूब से वीडियोज देखकर फ्रीस्टाइल सीखी। वो हफ्ते में 4 से 5 दिन बॉल से बैलेंसिंग, किकिंग और जगलिंग करना सीखती है। हर सेशन में वो 3 घंटे तक प्रैक्टिस करती है।
Qhouirunnisa का यह भी मानना है कि औरत होना कोई बाधा नहीं है। आप स्पोर्ट्स में एक्टिव हो सकती हो। उसे पूरी उम्मीद है कि एक दिन वो अपनी आइडियल टीनएज फ्रेंच फ्रीस्टाइल स्टार Lisa Zimouche से जरूर मिलेगी।
ये है महिला फुटबॉल खिलाडी – भले ही मलेशिया नेशनल मेन्स टीम की रैंक 171 हो। मगर देश में फुटबॉल सबसे लोकप्रिय खेल है। Qhouirunnisa के फ्रीस्टाइल मूव्स देखकर आप समझ सकते हैं कि यहां की महिला फुटबॉल की बेहद दीवानी है।