महिला क्रिकेट – मिताली राज, का नाम सुनते ही हम गौरवान्वित सा महसूस करते हैं।
कारण कि उन्होने पिछले 16 सालों में महिला क्रिकेट को एक अलग मुकाम तक पहुंचाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। नित नए रिकॉर्ड बनाती हुई और अपने बल्ले से भारतीय महिला क्रिकेट टीम का हौंसला बढ़ाती मिताली, उन चुनिंदा बल्लेबाजों में से एक हैं जिन पर शायद ही किसी को गर्व ना हो।
लाखों लोगों के दिल और दुनिया पर ‘राज’ करने वाली मिताली महान बल्लेबाजों में से एक हैं। पिछले कईं सालों में मिताली कईं उपलब्धियों को अपने नाम कर चुकी हैं।
पिछले साल वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पारी के दौरान दाएं हाथ की महिला बल्लेबाज मिताली ने वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
महिला क्रिकेट का जाना-पहचाना चेहरा मिताली इस वक्त मलेशिया में एशिया कप खेलने में व्यस्त हैं और इसी टूर्नामेंट के दौरान उन्होने एक बड़े रिकॉर्ड को अपने नाम किया है। आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन विराट कोहली और महेन्द्र सिंह धोनी जैसे बल्लेबाज भी आजतक इस उपलब्धि को अपने नाम नहीं कर पाए हैं। मिताली ने धोनी और कोहली जैसे धुआंधार बल्लेबाजों को पछाड़ते हुए इस रिकॉर्ड को अपने नाम किया है।
बता दें कि मिताली ने टूर्नामेंट के पहले ही मैच में जबरदस्त पारी खेली, उन्होने मैच में 97 रनों का योगदान दिया हालांकि अगले दो मैचों में मिताली 15 व 23 रन की पारी ही खेल सकीं लेकिन इस टूर्नामेंट के दौरान उन्होने एक ऐसे रिकॉर्ड को अपने नाम किया जिसे इससे पहले भारत में कोई बल्लेबाज नहीं कर पाया है।
मिताली भारत की पहली बल्लेबाज हैं, जिन्होंने 2000 टी-20 इंटरनेशनल रन पूरे किए। मिताली की इस उपलब्धि पर क्रिकेट जगत से लेकर क्रिकेट प्रेमी तक, पूरा देश खुश है, आखिर ऐसा करने वाली वो पहली क्रिकेटर जो बन गईं हैं।
मिताली राज विषम परिस्थितियों में अपनी धैर्यपूर्ण पारी के लिए जानी जाती हैं। गौरतलब है कि इसके अलावा भी कईं रिकॉर्ड मिताली के नाम हैं। वो वनडे मैचों में लगातार 7 अर्धशतक लगाने वाली दुनिया की अकेली खिलाड़ी हैं। इसके अलावा टी-20 में भी लगातार चार अर्धशतक लगाने वाली दुनिया की पहली बल्लेबाज हैं।
अगर बात मिताली की इस नईं उपलब्धि की करें तो इसे इस उपलब्धि तक पहुंचने के लिए विराट कोहली भी ज्यादा पीछे नहीं है क्योंकि वह इससे केवल 17 रन दूर हैं।
हालांकि कैप्टन कूल रह चुके धोनी, मिताली के इस रिकॉर्ड को तोड़ पाएंगे इसकी उम्मीद कुछ कम ही है क्योकि इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके 556 रन हैं।
मिताली की इस उपलब्धि पर उन्हे बधाई देते हुए हम इतना ही कह सकते हैं कि मिताली ने ना केवल महिला क्रिकेट टीम को पहचान दिलवाई है बल्कि उसे एक ऐसे मुकाम पर ले जाने में भी अहम भूमिका निभाई है जहां आज महिला क्रिकेट टीम को किसी परिचय की ज़रूरत नहीं रह गई है।