महिलाओं को गाड़ी चलाने का अधिकार – इतिहास गवाह है कि ऐसा कोई दौर नहीं हुआ है जब महिलाओं पर अत्याचार नहीं हुआ हो.
सदियों पहले महिलाओं को भोग विलास की वस्तु माना जाता था और उसे सिर्फ बच्चा पैदा करने वाली मशीन माना जाता था. हालाँकि जैसे-जैसे समय में बदलाव आया और कानून सख्त हुए है वैसे-वैसे महिलाओं की हालत में थोड़ा सुधार जरुर हुआ है. लेकिन अभी भी महिलाओं के खिलाफ़ अपराध तो ही रहे है जिनमें मारपीट, छेड़छाड़, रेप और हत्या जैसे संगीन अपराध शामिल है.
लेकिन आज हम आपको महिलाओं की मौजूदा स्थिति के बारे में नहीं उन्हें दुनियाभर में दिए जाने वाले समानता के अधिकार के बारे में बताने जा रहे है.
महिलाओं को समानता का अधिकार देने की वकालत करने वाले लोग आपको अपने आसपास ही मिल जायेंगे. लेकिन क्या आप जानते है कि एक ऐसा देश भी है जहाँ पर महिलाओं को गाड़ी चलाने का अधिकार नहीं है.
जी हाँ आज जहाँ महिलाएं ऐरोप्लेन चला रही है वहीं इस देश में उन्हें कार चलाने का भी अधिकार नहीं है.
महिलाओं को गाड़ी चलाने का अधिकार
१ जानिए क्या नाम है उस देश का-
इस देश का नाम सऊदी अरब है. ये देश अपने सख्त कानून के लिए दुनियाभर में जाना जाता है. लेकिन यहाँ पर कुछ कानून ऐसे भी है जिसके मुताबिक वो महिलाओं को पुरुष के बराबर नहीं समझते है. सऊदी अरब में आज भी कुछ ऐसी प्रथाएं है जिसमें महिलाओं को बहुत से ऐसे काम है जिन्हें करने की आज़ादी नहीं है. इस देश में महिलाओं के गाड़ी चलाने पर भी पाबंदी है.
२ महिलाओं के लिए है अलग कानून-
सऊदी अरब की ख़ास बात ये है कि इस देश में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग कानून बनाया गया है. यहाँ पर कई सारे ऐसे काम है जो पुरुष कर सकते है लेकिन महिलाओं को उन काम को करने की मनाही है. यहाँ पर महिलाओं को आज भी पर्दे में रखने की प्रथा है. यहाँ पर महिलाएं कहीं बाहर जाकर काम नहीं कर सकती है. इतना ही नहीं यहाँ पर तो महिलाओं को कार तक नहीं चलाने दी जाती है. यहाँ पर महिलाओं को जब कभी बाहर जाना हो तो उन्हें दूसरो का सहारा लेना पड़ता है. महिला का पति, भाई या फिर ड्राईवर उन्हें कहीं बाहर लेकर जाते है.
३ बहुत ही सख्त कानून है इस देश के-
सऊदी अरब दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जिसका कानून विश्व में सबसे सख्त माना जाता है. यहाँ अगर कोई शख्स चोरी करते हुए पकड़ा जाता है तो उसके हाथ काट दिए जाते है. रेप जैसे घिनौने कृत्य करने पर तो बहुत ही कठोर सजा दी जाती है.
४ गाड़ी नहीं चलाने देने के पीछे यहाँ के कानून की अजीब राय है-
यहाँ पर महिलाओं को गाड़ी नहीं चलाने देने के पीछे इस देश के कानून का अजीब तर्क है. उनका मानना है कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं ज्यादा एक्सीडेंट करती है इसलिए उन्हें गाड़ी नहीं चलाने दी जाती है. उनका मानना है कि गाड़ी चलाना मर्दों का काम है और ये काम मर्द ही करेंगे तो अच्छा रहेगा.
ये है वो महान देश जहाँ पर महिलाओं को गाड़ी चलाने का अधिकार नहीं है. हालाँकि इसके खिलाफ़ कई सामाजिक संगठन आवाज़ उठाते रहे है तो हम उम्मीद कर सकते है कि आने वाले समय में आपको सऊदी अरब की सड़कों पर भी गाड़ी चलाते हुए महिलाएं दिख जाए.