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फिलिपींस के राष्ट्रपति के विवादित बोल, महिलाओं की खूबसूरती को बताया रेप के लिए ज़िम्मेदार

महिलाओं की खूबसूरती

महिलाओं की खूबसूरती – हमारे देश में महिलों के खिलाफ अपराध और रेप के लिए नेताओं से लेकर खाप पंचायत तक सब हमेशा ही महिलाओं को जिम्मेदार ठहरात आए हैं. कभी उनके कपड़ों तो कभी देर रात बाहर निकलने को इसका कारण बताया गया, लेकिन कभी ये नहीं कहा गया कि पुरुष गलत हैं.

अब हमारे देश की खाप पंचायतों और नेताओं जैसे ही दकियानूसी बयान विदेशी नेता भी दे रहे हैं. फिलिपींस के फिलिपींस के राष्ट्रपति रॉड्रिगो दुतेर्ते ने रेप को लेकर बेहद शर्मनाक बयान दिया है.

फिलिपींस के राष्ट्रपति दुतेर्ते ने बलात्कार की बढ़ती घटनाओं के लिए महिलाओं की खूबसूरती को जिम्‍मेदार ठहराया है.

रॉड्रिगो दुतेर्ते के मुताबिक, उनके शहर में बलात्कार की घटनाएं इसलिए बढ़ रही है, क्योंकि वहां काफी ज़्यादा संख्या में खूबसूरत महिलाएं हैं. उन्होंने कहा, ‘जब तक शहर में ज़्यादा खूबसूरत महिलाएं रहेंगी, तब तक रेप की घटनाएं होती रहेंगी.’ इतने बड़े पद पर बैठे किसी इंसान का ऐसे बयान देने बेहद शर्मनाक है, इसका मतलब तो यही निकलता है कि रेप को वो अपराध नहीं मानते और न ही इसके लिए पुरुषों को गलत ठहराते हैं.

उनके इस बयान की फिलिपींस की महिला संगठनों जमकर आलोचना की है. महिला संगठनों ने कहा, ‘हम ऐसे गंदे बयान स्वीकार नहीं करेंगे. खासकर देश के राष्ट्रपति को ऐसे बयान नहीं देना चाहिए. ऐसे बयानों से रेप को और बढ़ावा मिलेगा.’ महिलाओं पर राष्ट्रपति रॉड्रिगो दुतेर्ते हमेशा अटपटे बयान देते रहे हैं. इस साल जून में साउथ कोरिया में दुर्तेते ने मंच पर फिलीपींस की एक महिला के होठों पर किस कर लिया था.

इन्हें देखकर लगता है कि सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में महिलाओं को लेकर बस एक ही सोच है, उन्हें एक सामान और वासना की वस्तु के रूप में देखा जाता है.

आपको बता दें कि फिलिपिंस के राष्ट्रपति दुतेर्ते हमेशा ही विवादित बयान देते रहते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी और गुस्सा भी आएगा कि उन्होंने अपने देश के सैनिकों को तीन महिलाओं से रेप करने की इजाजत दे रखी है. वे किसी भी घर की तलाशी ले सकते हैं और किसी को भी गिरफ्तार कर सकते हैं. उनको पूरी छूट है. उन्होंने कहा कि अगर मार्शल लॉ के दौरान आप तीन महिलाओं का रेप कर देते हैं, मैं आपके लिए जेल चला जाऊंगा.

महिलाओं की खूबसूरती – किसी देश के राष्ट्रपति का महिलाओं के प्रति ऐसी सोच रखना न सिर्फ शर्मनाक है, बल्कि महिलाओं के लिए बेहद खतरनाक भी है. अगर राष्ट्रपति ही ऐसा कहेगा तो भला उस देश की महिलाएं कैसे सुरक्षित रह सकती हैं.