हर दूसरे-तीसरे दिन आपको शैतान और तंत्र साधना से जुड़ी खबर मिलती होगी।
डाहिन बोलकर अधिकांश महिलाओं को देश के कोने में मार दिया जाता है। कोी अपनी बेटी को मौत के घाट उतार देता है तो कोई बेटे की ही बलि चढ़ा देता है। इस तरह के और भी कई काम ब्लैक मैजिक के नाम पर किए जाते हैं। आज हम ऐसी ही महिला के बारे में बात करने वाले हैं जो हर रोज अपने पति का खून पीती है।
ये अपनी तरह का नया मामला है जिसके बारे में आपने शायद ही सुना होगा। ये मामला पुरुलिया के बाद वीरभूम से आया है।
इस महिला ने अपने पति का खून चूस लिया। तंत्र साधना के नाम पर इसने अपने पति का इतना खून चूस लिया की पति के शरीर में खून की कमी हो गई और आज वो इस दुनिया में नहीं है।
शरीर में था आत्मा का वास
महिला का कहना है कि उसके पति की शरीर में किसी बुरी आत्मा का वास था। इस आत्मा को बाहर निकालने के लिए ही वो अपने पति का खून चूसती थी। पत्नी अपने पति के सीने में बैठकर अमावस्या के दिन खून चूसा करती थी। बाद में शरीर में खून की कमी होने के कारण उसके पति की मौत हो गई।
पत्नी और भाई को किया है गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में उस आदमी की पत्नी और उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया है। जिस आदमी का खून पिया जाता था उसका नाम अभिजीत बागदी था। अभिजीत वीरभूम जिले के सदाइपुर थाना अंतर्गत तपासपुर गांव का निवासी है। अभिजीत की शादी एक साल पहले पास के गांव की मोनिका बागदी के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही दोनों पती-पत्नी में झगड़े होने लगे थे। पत्नी हमेशा ये बात कहते रहती थी कि घर में किसी बुरी आत्मा का वास है। ये कहकर वो बीच-बीच में घर से भाग भी जाती थी।
तंत्र साधना से भाग सकती है आत्मा
पत्नी का मानना है कि तंत्र साधना से घर से आत्मा को निकाला जा सकता है। इस बीच में अभिजीत बीमार पड़ गया था। लेकिन इसकी पत्नी ने इसे अस्पताल में भर्ती कराने के बजाय उसकी पत्नी उसे तांत्रिक के पास ले गई और झाड़-फूंक करवाया। वहां तांत्रिक ने कुछ जड़ी बुटी भी दी थी। अगले दिन सुबह-सुबह मोनिका ने तांत्रिक के कहे अनुसार अपने पति को जड़ी बुटी अभिजीत को खिला दी थी। इसके बाद उसे एक अँधेरे कमरे में बंद कर के बाहर से ताला लगा दिया था।
इसके बाद खून पीने लगी
गंदी आत्मा को भगाने के नाम पर मोनिका अभिजीत का खून पीने लगी थी। एक रविवार को जब कमरे का ताला खोला गया तो अंदर पड़े अभिजीत के मुंह से खून निकल रहा था। आसपास के लोगों को जब इस बारे में मालूम चला तो वे अभिजित को पास के बर्द्धमान मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में ले गये। डाक्टरों ने तुरंत अभिजित को खून चढ़ाना शुरू किया लेकिन अगले दिन ही अभिजीत की मौत हो गई। शव को लेकर जब मोनिका और उसका भाई पवन गांव पहुंचे तो गाँव वालों ने उन दोनों को बंधक बना लिया।
गाँव वालों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पत्नी मोनिका और उसके भाई पवन को गिरफ्तार कर लिया। उनके घर से तंत्र साधना और काले जादू का सामान और लाल कपड़े में लिपटी एक अंगुली भी मिली है।
त्रिशूल गाड़कर मोनिका करती थी तंत्र साधना
मोनिका त्रिशूल गढ़ कर तंत्र साधना करती थी। अभिजीत की मां का आरोप है कि मोनिका ने आंगन में त्रिशूल गाड़ रखा था। रात में त्रिशूल के पास बैठकर वह तंत्र साधना करती थी। गत अमावस्या को उनकी पुत्रवधू मोनिका जिस घटना को अंजाम दिया था उसकी सपने में भी कल्पना नहीं की थी।
अब आप सोच सकते हैं की इस दुनिया में कुछ भी हो सकता है।