मूषक
विघ्नहर्ता, मंगलकर्ता, गणेशजी की सवारी मूषक महाराज है.
गणेशजी की मूर्ति के साथ मूषक की मूर्ति भी मंदिरों में रखी जाती है. कहा जाता है कि मूषक के कानों में अपनी मनोकामना बोलने से मनोकामना गणेशजी तक पहुँचती है और इंसान की हर मनोकामना पूरी हो जाती है.