किराये पर बीवी – हमारे भारत देश में प्रथाओं का समावेश है.
लेकिन कई कुप्रथा ऐसी है जिसके बारे में हम जानते नहीं. ये कुप्रथा आपके होश उड़ा देने वालों में से है.
जी हां दोस्तों आज हम आपको एक ऐसी हीं बात बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे, दंग हो जाएंगे, परेशान हो जाएंगे. क्योंकि ये कुप्रथा महिलाओं से जुड़ी हुई है.
हमारे भारत देश में हम कितनी भी महिला सशक्तिकरण की बात क्यों न कर लें. महिलाओं के अधिकारों को लेकर कानून क्यों ना बना लें. उनके शोषण के खिलाफ आवाजें कितनी भी बुलंद क्यों ना कर लें. लेकिन आज भी सच्चाई हमारे देश में कुछ और हीं है. महिलाओं की स्थिति बेहतर तो हुई है लेकिन इसके बावजूद महिलाओं का शोषण होना आम बात सी हो गई है.
देश में जिस्मफरोशी का धंधा तो पुरानी बात है. चार पैसे देकर महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध बनाकर हवस की भूख मिटाना आम बात है.
लेकिन आज हम जिस तरह की जिस्मफरोशी की बात आपको बताने जा रहे हैं आपके होश उड़ा देने वाले हैं.
किराये पर बीवी – 1 साल के लिए किराए पर मिलती है बीवी
लड़कियों की खरीद फरोख्त के बारे में तो आपने भी सुना हीं होगा. ये ऐसी स्थिति है जिसमें महिलाओं को खरीद कर उन्हें जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया जाना आम बात है. लेकिन ये खबर, जो हम आपको बता रहे हैं इससे हटकर है. आपको जानकर बेहद हैरानी होगी कि हमारे भारत देश में एक ऐसी जगह है, जहां महिलाओं को किराए पर अपनी बीवी बनाने का रिवाज है. दोस्तों, निश्चित रुप से आपके होश उड़ गए होंगे. लेकिन ये ख़बर पूरी तरह सच है.
ये कहीं दूसरी जगह नहीं, बल्कि देश के बड़े राज्य मध्य प्रदेश में होता है, किराये पर बीवी मिलती है.
मध्यप्रदेश के इस जगह पर होते हैं ये काम
मध्य प्रदेश भारत का सुप्रसिद्ध समृद्धि राज्य है. भारत देश के इसी राज्य के शिवपुरी नाम के स्थान पर ‘धड़ीचा प्रथा’ काफी प्रचलित है. हर साल शिवपुरी नाम के इस जगह पर एक मंडी लगाई जाती है. जहां लड़कियों को किराए पर देने की प्रथा है. 1 साल के लिए किसी भी महिला को यहां आप अपनी बीवी के तौर पर किराए पर ले सकते हैं. इस मंडी में पुरुष पहुंचते हैं और अपने पसंद की लड़कियों की कीमत दे कर 1 साल के लिए अपनी बीवी बना लेते हैं. लड़कियों की कीमत 15,000 से 25,000 तक होती है.
दोस्तों, आपको हैरानी होगी कि इस प्रथा में महिलाओं के घरवाले अपनी खुशी से साल भर के लिए किसी अन्य पुरुष को अपनी लड़की को किराए पर दे देते हैं. और अपनी लड़की की शादी उस शख्स से करा देते हैं. वो व्यक्ति अगर चाहे तो उस लड़की को 1 साल से ज्यादा समय तक के लिए भी रख सकता है. उसके लिए उसे ज्यादा पैसे देने होते हैं.
दोस्तों, किराये पर बीवी – ये सौदा भी कागजी कार्रवाई के साथ होता है. उसके लिए 10 रुपए से लेकर 100 रुपए तक के स्टांप पेपर होते हैं जिस पर सौदेबाजी की पूरी लिखा-पढ़ी की जाती है. हैरानी की बात है कि मध्य प्रदेश में ये किराये पर बीवी की कुप्रथा आज से नहीं, बल्कि पिछले कई दशकों से लगातार यूं हीं बदस्तूर चली आ रही है. लेकिन अब तक किसी ने इसके खिलाफ आवाज़ उठाने की कोशिश तक नहीं की है.