कहा जाता हैं कि नवरात्री हर दिवाली के 20 दिन पहले आती हैं. नवरात्री के इस पुरे नौ दिन दुर्गा माँ अपने अलग अलग रूप में हर दिन भक्तो के पास आती हैं, लेकिन इन नौ रूपों में से मुख्य तीन रूप हैं महालक्ष्मी, महासरस्वतीं और महाकाली पर देवी माँ के इन तीन रूपों के अलावा भी और कई रूपों में पूजी जाती हैं.
हिन्दू मान्यता के अनुसार इन नौ दिन में हर दिन देवी के रूपों के लिए बंटा हुआ हैं. नवरात्री के चौथे पांचवे और छठें दिन को धन की देवी लक्ष्मी के लिए समर्पित किया जाता हैं. इन दिनों यदि महालक्ष्मी की पूजा पुरे भक्ति भाव से करे तो देवी प्रसन्न होकर हमारे जीवन में चल रही हर तरह की आर्थिक समस्या से छुटकारा दिलाती हैं. छठें दिन के बाद सातवाँ दिन माँ शारदा या जिन्हें हम सरस्वती माँ भी कहते हैं का होता हैं.