ये लोग हमारे शुभचिंतक होते है इसलिए जब भी हम पर कोई विपदा आती है या फिर हम किसी परेशानी में होते है तो ये लोग हमारे सपनों में आकर किसी न किसी तरह हमारी मदद कर देते है या फिर हमें उस विपदा के आने से पहले ही सचेत कर देते है.
इसके अलावा हमारे बड़े बुजुर्ग मृत्यु के बाद भी सपनों में हमारे कुशल क्षेम जानने के लिए भी आते रहते है.
मरने के बाद भी वो इस अपने परिवार के मोह से मुक्त नहीं हो पाते इसलिए समय समय पर सपनों में आकर हमारा मार्गदर्शन और देखभाल करते है.
देखा आपने निरर्थक समझे जाने वाले सपनों के पीछे भी बहुत से कारण छुपे होते है.
अक्सर हम सपनों को दिमाग का फ़ितूर मान कर भूल जाते है लेकिन कभी कभी इन सपनों के जरिये हमारे शुभचिंतक मृत्यु के बाद भी हमें कभी आने वाली विपदा की चेतावनी देते है तो कभी किसी गहन समस्या का हल दिखाते है.