विज्ञान के मुताबिक हर व्यक्ति नींद में औसतन 5 से 7 सपने देखता है. अक्सर नींद खुलने पर हम इन सपनों को या तो पूरी तरह भूल जाते है या फिर टुकड़ों में एक धुंधली याद की तरह समझ पाते है.
कभी कभी कुछ सपने ऐसे होते है कि वो नींद टूटने के बाद भी हमें याद रह जाते है तो वहीँ कुछ सपने ऐसे होते है जो नींद को तोड़ देते है.
कुछ इसी तरह के सपने होते है जिनमें हम मृत लोगों को देखते है. ऐसा लगभग सभी के साथ होता है कि उन्हें सपने में कभी न कभी कोई मारा हुआ शख्स दिखाई देता है.
आखिर क्या है इन सपनो का रहस्य.
क्या इसमें कोई विशेष सन्देश छुपा होता है? या फिर होती है कोई चेतावनी आने वाले खतरे की.