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तो इस वजह से चढ़ाते है हनुमान जी को सिंदूर का चोला !

सिंदूर का चोला

हिन्दू धर्म के अनुसार कहा जाता है कि धरती पर साक्षात कोई भगवान मौजूद है तो वे कोई और नहीं संकट मोचन हनुमान ही है।

वहीं समय-समय पर ऐसे कई चमत्कार भी देखे जाते है जो साबित भी करते है की बजरंग बली आज भी पृथ्वी पर अपने भक्तों के संकट दूर करने के लिए मौजूद है।

हालाँकि आज हम पृथ्वी पर उनकी उपस्थिति और चमत्कार की बात नहीं बल्कि उनको चढ़ाएं जाने वाले सिंदूर का चोला की बात करने जा रहे।

जी हाँ इस बारे में बहुत कम लोग जानते है कि बजरंग बली को सिंदूर का चोला क्यों चढ़ाया जाता है।

दरअसल इसके पीछे भी एक कहानी है जिसका उल्लेख रामचरितमानस में मिलता है। कहा जाता है कि जब युद्ध में रावण को परास्त करने के बाद भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता अयोध्या लौट आये। तब एक दिन हनुमान जी माता सीता के कक्ष में पहुंचे। तब उन्होंने देखा कि सीता जी लाल रंग की कोई चीज़ मांग में सजा रही है। उत्सुकतावश हनुमान जी ने उनसे पूछा तो माता सीता ने कहा कि ये सिंदूर है और इसे मांग में सजाने से मुझे राम जी का स्नेह प्राप्त होता है और उनकी आयु लंबी होती है।

बस इतना सुनते ही हनुमान जी से भी रहा नहीं गया और उन्होंने अपने पूरे शरीर को सिंदूर से रंग लिया और मन में विचार करने लगे कि इससे मेरे प्रभु की आयु लंबी हो जायेगी और मुझे उनका स्नेह भी प्राप्त होगा। जब सिंदूर लगे हुए ही हनुमान जी श्री राम की सभा में चले गए, तो राम जी हनुमान का ऐसा रूप देखकर हैरान रह गए और जब उनसे सिंदूर लेपन का कारण पूछने लगे तो हनुमान जी ने साफ-साफ कह दिया इससे आप अमर हो जायेंगे और मुझे आपका स्नेह मिलेगा।

हनुमान जी की ये बाते सुनकर श्रीराम भाव-विभोर हो गए और उन्होंने हनुमान जी को गले लगा लिया।

कहा जाता है उसी दिन से हनुमान जी को सिंदूर अति प्रिय है और सिंदूर का चोला अर्पण करने वाले पर हनुमान जी प्रसन्न रहते है।