फ़िल्में जिनमें दिखाया गया बचपन का प्यार-
लवारिस, अनमोल घड़ी, जीना सिर्फ मेरे लिए, मुझसे दोस्ती करोगे, मुक्कदर का सिंकदर, देवदास, देव डी, रॉकफोर्ड, जैसी फ़िल्मों में चाईल्डहूड अफ़ेक्शन को दिखाया गया है. हालांकी सभी फ़िल्मों में ये प्यार शादी के अंजाम तक नहीं पहुंचा है, लेकिन इन फ़िल्मों के जरिए ये मैसेज़ जरुर दिया गया कि ये लगाव कितना मजबूत और लंबा टिकने वाला होता है.
अगर आपके बचपन में भी कोई क्रश या प्यार हो जिसे आपने अभी तक बयां नहीं किया हो तो देर मत कीजिए गर प्यार दोनो तरफ से है तो इसे शादी के अंजाम तक ले जाने का आईडिया बुरा नहीं है.