महादेव के श्रृंगार के लिए भस्म भी विशेष रूप से तैयार की जाती है. गाय के गोबर के कंडे, पीपल, बेर, अमलतास, बरगदऔर पलाश की लकड़ियों को जलाकर मंत्रोच्चार किया जाता है.
इन सबके जलने के बाद जो राख प्राप्त होती है उसे छान कर भस्म अलग कर ली जाती है.
इसी भस्म से शिव का श्रृंगार किया जाता है.