कुत्तों से प्यार – हम किसी से कितना प्यार करते हैं या कितनी सहानुभूति रखते हैं ये बात हमें अक्सर उसे दूर जाने के बाद महसूस करते हैं।
हालांकि इंसान जितना प्यार दूसरे इंसानो से करते हैं उतना ही प्यार अपने जानवरों से भी करते हैं। हालांकि आज के वक्त इंसानियत और प्यार के उदाहरण कम ही देखने को मिलते हैं लेकिन फिर भी शहरों और गांवों में लोगो को कुत्तों को पालन बहुत पसंद है । लोग अपने पालतू कुत्ते को अपने घर के सदस्य की तरह समझते हैं ।
लेकिन क्या आप ने कभी सोचा लोग कुत्तों से प्यार क्यों करते हैं।
दरअसल रिसर्चस के मुताबिक कुत्ते दूसरे जानवरों के मुकाबले इंसानी भावनाओं को ज्यादा अच्छे से समझते हैं। और अपने मालिक के प्रति वफादार भी होते हैं। यहाँ तक कि कई बार देखा गया है कि कुत्ते अपने मालिकों से इतना प्यार करते हैं कि उनके ही हाथ से खाना खाते हैं और उनके घर पर न होने पर खाना पानी सब त्याग देते है । और सिर्फ कुत्ते ही नही बल्कि इंसान भी कुत्तों से उतना ही प्यार करते हैं।और कुत्तों से ज्यादा सहानुभूति रखते हैं ।
हाल ही में लंदन में हुई दो रिसर्चस में ये बात साबित हुई है । जिसमें ब्रिटेन कक एक मेडिकल संस्था ने एक काल्पनिक अभियान चलाया । जिसमें एक दान कुत्ते के नाम पर और एक मुसीबत में पङे आदमी के नाम पर दान मांगा गया ।और जब नतीजा आए थे नतीजे बहत ही चौकाने वाले थे। दान में कुत्ते को मिली धनराशि मुसीबत में पङे आदमी के मुकाबले ज्यादा थी। इस दान के लिए विज्ञापन में लिखा गया कि “क्या आप हैरिसन को धीमी और दुखद मौत से छुटकारा दिलाने के पांच पाउंड्स देंगे ” । इन विज्ञापनों में किसी में आदमी और किसी में कुत्ते की तस्वीर थी।
एक ओर अध्ययन में कुत्ते के पिल्लै और इंसानी बच्चे को सबसे ज्यादा दान मिला। जिसे ये साबित हुआ लोगो की सहानुभूति पाने में कि कुत्ते का मुकाबला सिर्फ इंसान का बच्चा कर सकता है। इसे एक बात और साबित हो गई कि लोगो के अंदर दूसरे इंसानों के प्रति सहानुभूति और प्यार की भावना खत्म होती जा रही है। इसका कारण एक ये भी है कि लोगो में विश्वास की भावना खत्म हो चुकी है । और लोग कुत्तों पर ज्यादा भरोसा करने लगे हैं, कुत्तों से प्यार करने लगे है।