नरेंद्र मोदी आज अगर नरेंद्र मोदी हैं तो उसके पीछे नरेन्द्र मोदी के कार्य – उन कार्यों की बहुत बड़ी भूमिका है जो उन्होंने भाजपा संगठन और गुजरात के मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए किए थे.
अगर नरेंद्र मोदी के जीवन में ये चुनौतियां नहीं आई होती और उन्होंने उस पर त्वरित निर्णय नहीं लिया होता तो वो आज उस मुकाम पर कभी नहीं पहुंच पाते जिस पर आज वे खड़े हैं.
प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी आज जिस मुकाम पर हैं उसके पीछे नरेन्द्र मोदी के कार्य है – उनके जिन कार्यों की बहुत बड़ी भूमिका है वे कुछ इस प्रकार हैं.
नरेन्द्र मोदी के कार्य –
1 – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार उस समय सुर्खियों में आए जब गुजरात में मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल की सरकार के विरोध में तत्कालीन भाजपा नेता शंकर सिंह वाघेला ने विद्रोह कर दिया था. उस समय मोदी ने वाघेला के खिलाफ जो स्टैंड लिया उससे उनकी छवि एक सख्त संगठनकर्ता की बनी.
2 – गुजरात के भुज में 2001 में आए विनाशकारी भूकंप के बाद नरेंद्र मोदी को जब गुजरात का मुख्यमंत्री बनाकर भेजा गया तो उन्होंने अपनी मेहनत और ईमानदारी से वहां का पूरा कायाकल्प ही कर दिया. वल्र्ड ट्रेड हमले के बाद अमेरिका जैसे देश को मलबा साफ करने में सालों लग गए थे, लेकिन मोदी ने ये काम कम संसाधनों के बावजूद उससे जल्दी कर दिया.
3 – गुजरात की गद्दी संभालने के बाद ही नरेंद्र मोदी के सामने जीवन की सबसे बड़ी चुनौती आई. वह थी गोधरा में कारसेवकों को रेल कोच में जलाकर मार देना. उसके बाद गुजरात दंगे.
4 – गुजरात दंगों के बाद जिस प्रकार राज्य में आतंकवाद ने एक के बाद एक हमले कर मोदी शासन को चुनौती दी तो मोदी ने आतंकवाद और उनके स्लीपर सेल पर जरा भी रहम न खाते हुए उनको सख्ती से कुचला.
5 – दंगों के दंश से गुजरात को न केवल बाहर निकाला बल्कि मोदी ने गुजरात को विकास की पटरी पर सरपट दौड़ाया. साथ ही उन्होंने राज्य को भ्रष्टाचार के दलदल से भी बाहर निकाला.
6 – नरेंद्र मोदी की छवि में उस वक्त ओर इजाफा हुआ जब उन्होंने मुस्लिम धार्मिक उलेमा से इस्लामी टोपी पहनने से मना कर दिया. इससे जनता में संदेश गया है कि नरेंद्र मोदी ही वह शख्स है जो तुष्टीकरण की राजनीति नहीं करता है.
ये है नरेन्द्र मोदी के कार्य – यही वें कार्य हैं जिनका यदि नरेंद्र मोदी ने अपने जीवन में सामना नहीं किया होता तो वो शायद आज उस बुलंदी पर नहीं पहुंच पाते जिस बुलंदी पर आज वे हैं .