गणेश पूजन से जुड़ी दूसरी कहानी जिसके उसके अनुसार एक बार गणेश और उनके भाई कार्तिकेय में शर्त लगी की जो पृथ्वी की परिक्रमा सबसे पहले करके आयेगा वही सबसे तेज़ और बुद्धिमान होगा. कार्तिकेय को घमंड था कि उनका वाहन मोर है और गणेश का मूषक तो वो आसानी से जीत जायेंगे.
जब दौड़ प्रारम्भ हुई तो कार्तिकेय मोर पर सवार होकर धरती की परिक्रमा करने को उड़ गए. वहीँ गणेश ने अपने माता पिता शिव और पार्वती की परिक्रमा की और कहा मेरे लिए समूर्ण जगत मेरे माता पिता है.
प्रसन्न होकर शिव पार्वती ने गणेश को वरदान दिया कि किसी भी शुभ कार्य से पहले उनका पूजन किया जायेगा