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टीम इंडिया के सामने हैं खतरे ही खतरे, विश्व कप जीतना बच्चों का खेल नहीं

फरवरी में शुरू होने एशिया कप के बाद आईसीसी ट्वेंटी-20 विश्व शुरू होने जा रहा है.

इस बार भारतीय टीम को इस कप का प्रबल दावेदार बताया जा रहा है. लेकिन जितना कहने में आसान लग रहा है यह उतना आसान है नहीं. ट्वेंटी-20 विश्व कप को जीतना बच्चों का खेल नहीं बोला जा सकता है.

तो आइये कुछ उन खतरों की बात करते हैं जो टीम इंडिया के इस सपने को बस सपना ही साबित कार सकते हैं-

1.     पिच पर घास मिली तो

यह बात सभी को अच्छी तरह से पता है कि जब भी टीम इंडिया को पिच पर घास मिलती है तो सभी बल्लेबाज घुटने टेक देते हैं. पिच पर बाल घुमती है और तेज बल्लेबाज घातक हो जाते हैं. साथ ही साथ स्पिन गेंदबाज इस तरह की पिच पर चलते नहीं हैं. तो यह टीम की बड़ी कमजोरी कही जा सकती है.

2.     पहले बल्लेबाजी करते हुए अगर 170 से कम रन

दूसरी जो कजोरी अभी तक टीम इंडिया के साथ ट्वेंटी-20 में रही है कि जब भी टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 170 रनों से कम रन बनाये हैं तो अधिकतर मैच टीम हार जाती है. यह आंकड़ा 2012 से बोला जा सकता है. टीम ने जब भी पहले खेलते हुए 160 या 150 किये हैं टीम हार जाती है.

3.     तेज गेंदबाजी में दम नहीं है

इस बात को अभी टीम मैनेजमेंट मान रहा है कि तेज़ गेंदबाजी में कोई ख़ास दम नहीं है. आशीष नेहरा ने अभी तक किसी को भी बहुत अधिक प्रभावित नहीं किया है. बुमरा अभी नए हैं और युवा गेंदबाज कई बार निर्णायक मौकों पर धोखा दे जाते हैं. तो यह टीम के लिए बड़ी समस्या है.

4.     आश्विन फ्लॉप हुए तो टीम गयी

एक दौर था जब टीम इंडिया सचिन तेंदुलकर पर पूरी तरह से निर्भर रहती थी. उसकी तरह से आज टीम की जीत आश्विन तय कर रहे हैं. यह भारत के लिए खतरे की घंटी भी हो सकती है. अकेले एक गेंदबाज पर टीम निर्भर है इसका फायदा कुछ टीम उठा सकती हैं.

5.     घर में खेलने का दवाब

जब भी कोई टीम अपने घर में इतना बड़ा टूर्नामेंट खेल रही होती है तो उस पर हमेशा एक दबाव बना रहता है. इस बार टीम इंडिया पर यह दबाव रहेगा.

6.     युवराज और धोनी ने अब तक कुछ ख़ास नहीं किया

टीम की मजबूती दो खिलाड़ियों पर बहुत ज्यादा निर्भर करती है. युवराज और धोनी का बल्ला अभी तक शांत रह है. यह एक चिंता की बात है. अगर ऐसे में विश्व कप के अन्दर भी यह बल्ले शांत रहे तो टीम के लिए यह अच्छे संकेत नहीं हैं.

तो अभी जिन खतरों की बात हम कर रहे हैं वह अगर सुलझाये नहीं गये तो हो सकता है कि एक बार फिर से टीम इंडिया ट्वेंटी-20 विश्व कप में अपने प्रेमियों को निराश कर सकती है.

लेकिन हम उम्मीद यही कर रहे हैं कि टीम इंडिया इस बार विश्व कप जीत लेगी.

Chandra Kant S

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Chandra Kant S

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