कृष्ण की बात सुनकर अर्जुन ने ना चाहते हुए भी अपने बड़े भाई युधिष्ठिर का तिरस्कार और अपमान किया. इस प्रकार अपने भाई का अपमान करके उन्होंने गांडीव के वचन को भी पूरा किया और अपने भाई का वध करने से भी बच गए.
ज़रा सोचिये यदि कृष्ण समय पर नहीं आते तो अर्जुन के हाथ युधिष्ठिर का वध हो जाता और पूरी महाभारत ही बदल जाती.