जब अर्जुन अपने घायल भाई का कुशल क्षेम पूछने आये तो युधिष्ठिर को लगा कि अर्जुन कर्ण को मारकर उनके अपमान का बदला लेकर आये है. इसी बात के उत्साह में उन्होंने अर्जुन को गले लगा लिया और प्रसन्नतापूर्वक जानने की कोशिश की, कि अर्जुन ने कैसे कर्ण को मारा. जब अर्जुन ने युधिष्ठिर को बताया कि वो कर्ण का वध करके नहीं बल्कि अपने घायल भाई का स्वास्थ्य देखने आये है.
युधिष्ठिर को जब ये बात पता चली तो वो अत्र्यन्त क्रोधित हुए और अर्जुन को भला बुरा कहने लगे.