मुस्लिम लोगों में एक पुरुष वर्ग ऐसा है जो कि शुरू से ही नरेंद्र मोदी के खिलाफ रहा है. नरेंद्र मोदी ने जब तीन तलाक के खिलाफ आवाज उठाई तभी से मुस्लिम लोग नरेंद्र मोदी के खिलाफ हो गए…
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश के दौरे पर नहीं आए इसके लिए वहां के मुस्लिमों ने एकजुट होना शुरू कर दिया है. बांग्लादेश के लोगों का ऐसा मानना है कि भारत में मुस्लिमों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में बेहद गलत हो रहा है और इसीलिए उन लोगों ने मोदी का विरोध करना शुरू कर दिया है. दुनिया भर के मुस्लिमों को एकजुट किया जा रहा है ताकि नरेंद्र मोदी का विरोध किया जाए. भारत में तो मुस्लिम लोग पहले से ही नरेंद्र मोदी के खिलाफ हैं और अब दुनिया भर के मुस्लिम ऐसा काम करने लगे हैं कि जैसे मोदी ने उनके लिए भी एनआरसी लागू कर दिया हो.
भारत के अंदर जिस व्यक्ति और जिस व्यक्ति की सरकार ने मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाया और तीन तलाक जैसे अत्याचार से मुक्ति दिलाकर एक अच्छी और खुशहाल जिंदगी दिलाने के लिए प्रयास किया उसी नरेंद्र मोदी का विरोध किया जा रहा है. मुस्लिम लोगों में एक पुरुष वर्ग ऐसा है जो कि शुरू से ही नरेंद्र मोदी के खिलाफ रहा है. नरेंद्र मोदी ने जब तीन तलाक के खिलाफ आवाज उठाई तभी से मुस्लिम लोग नरेंद्र मोदी के खिलाफ हो गए और यह वजह साफ-साफ नजर आती है कि आखिर क्यों मोदी मुस्लिमों का दुश्मन बन गया.
एनआरसी का कानून लागू नहीं हुआ उससे पहले ही मुस्लिमों ने नरेंद्र मोदी सरकार का विरोध करना शुरू कर दिया है. भारत के मुसलमानों को ऐसे बरगलाया जा रहा है कि यह कानून ऐसा है कि जिसके द्वारा भारत के मुसलमानों को देश के बाहर निकाल दिया जाएगा लेकिन सच्चाई कुछ और है. देश के अंदर जो पार्टियां और जो राजनीतिक पार्टियां मोदी को नहीं हरा पाई है वह अब नरेंद्र मोदी के खिलाफ मुस्लिमों का इस्तेमाल कर रही हैं.
दुनिया भर की मुसलमान अगर नरेंद्र मोदी का विरोध कर रहे हैं तो उसके पीछे एक बड़ा कारण देश विरोधी ताकतें हैं जो भारत देश को तोड़ना चाहती हैं और देश से नरेंद्र मोदी की सरकार का सफाया करना चाहती हैं. यही कारण है कि दुनिया भर के मुसलमान अचानक से ही नरेंद्र मोदी के विरोधी हो गए.