10. खुली बाहों के साथ अपनाना.
ज़िंदगी मुश्किलों से भरी हुई है. लाख मुसीबत सहने के बाद एक बेटी हमेशा यह बात जानती है कि उसका बाप उसे खुली बाहों के साथ अपनाने के लिए तैयार हो जाएगा! आखिर बाप तो बाप ही होता है.
एक बाप-बेटी का रिश्ता बहुत पवित्र होता है. अपने हर रिश्ते को यदि आप एक बाप-बेटी के रिश्ते की तरह निभाएं तो शायद आपकी जिंदगी और ज़्यादा सुधर जाएगी.