भारत में रहने वाले हर उस नागरिक को गद्दार कहा जा सकता है जो देश में रहकर इन सब कार्य को होते हुए देखता या करता है.
वो कार्य क्या है आइये हम जानते हैं …
1 विदेश सामान की खरीदी करने वाले
विदेशी सामान की खरीदी व बिक्री लगातार करने वाले नागरिक अपने देश के साथ गद्दारी करते हैं. विदेशी सामान की ज्यादा खरीदी व बिक्री करने से देश की आर्थिक स्थिति को क्षति पहुँचती है और देश की अर्थव्यवथा कमजोर होती जाती है इस तरह जो नागरिक विदेशी उत्पाद की खरीदी करते है उन्हें गद्दार की संज्ञा दी जा सकती है.
२. अन्धो की भांति रहने वाले
ऐसे नागरिक जो दंगा करने वाले आतंक फ़ैलाने वाले लोगो को देख कर भी अनदेखा करते हैं वो देश में अपनी जिम्मेदारी को नहीं समझते. इस तरह अंधों की भांति रहने वाले लोग देश में अपराध को बढ़ावा देते है ऐसे लोगों के करना अपराधियों को बढ़ावा मिलता है.
३. किसी साथ मिलकर अपने देश की बुराई करने वाले
जो इंसान देश की भलाई से ज्यादा देश की बुराई में समय बिताते हैं उन्हें देश के गद्दारों में सामिल करना गलत नहीं क्योंकि ऐसे लोग सिर्फ अपने देश का नाम ख़राब करते हैं बिना सोचे समझे बोल तो देते हैं लेकिन अपनक देश के प्रति जिम्मेदारी नहीं समझते.
4. जनसंपत्ति को हानि पहुँचाने वालों को खामोशी से देखने वाले
देश में जो कुछ है सब देश के नागरिको का है, देश का है लेकिन बेकार के विवाद के कारण और जाती धर्म के रंजिश में आकर देश की संपत्ति को नुक्सान पहुँचाने वाले को रोकते नहीं बेकार की टिप्पणी करते हैं उनको भी देश के गद्दार की श्रेणी रखा जा सकता है.
5. कर की चोरी करने वाले
कर देना हर नागरिक का कर्त्तव्य है लेकिन लाखो ऐसे लोग हैं जो कर देने की जगह कर की चोरी करके अपने कर्त्तव्य से पीछे हटता है .
6 जो अपने राष्ट्रीय ध्वज गान राष्ट्रीय से जुड़े सम्मान को अपमानित करने वाले को देखता है
आज राष्ट्रीय गान ध्वज और राष्ट्रीय के सम्मान से जुड़ी चीजो का लोग मजाक बना रहे हैं. मजाक बनाने वाले कम है लेकिन उस मजाक को देखने वाले लाखो हैं और सब खामोशी से सब होते हुए देखते हैं ऐसे लोग भी से के गद्दार में शामिल है.
अगर आपने इनमें से किसी कार्य में शामिल है तो आपको देश के गददार कहा जा सकते हैं.