मिठाई की शुद्धता की पहचान – बाज़ारों में दीपावली पर्व की चमक, लहरा रही है।
हर तरफ सजी मिठाईयों की दुकानों में लोगों की भीड़ जमा है। किसी को गुलाबजामुन पसंद है तो किसी ने रसगुल्ला के लिए ऑर्डर दिए हैं। लगभग हर ओर इस तरह की मिठास ही बिखरीं है। मगर इन मिठाईयों पर कभी-कभार मिलावट का स्वाद चढ़ा कर बेचा जाता है। जिस कारण न केवल त्योहार फीका और साथ ही मनभावन मिठाईयों की तरफ कड़वाहट पैदा शुरु होती है।
हालांकि मिठाई बिना त्योहार की कल्पना असंभव ही है। क्योंकि त्योहार संग मिठास, ऐसे रिश्तेदार है जो खूब पसंद होते आए हैं।
हालांकि बाज़ारों पर मिठाई की कई विकल्प भी उपलब्ध हैं मगर जो आनंद मिठाई साथ त्योहार का है उसका अपना अलग ही मज़ा है। तो आप इस दीपावली मिठाई खरीदते वक्त, इन पैमानों के साथ मिठाई की गुणवत्ता माप सकते हैं। जिससे आपकी दीपावली में कड़वाहट का परत न चढ़े।
मिठाई की शुद्धता की पहचान ऐसे करें
1 – मिठाई शुद्ध है या अशुद्ध, इसका पता घर पर किया जा सकता है। आप दो मिठाईयों के अलग-अलग सैंपल लें और दोनों को गर्म पानी के अलग बतर्न में डाल दें। इसके साथ ही उन दोनों में आयोडीन का छिड़काव करें। यदि गर्म पानी में मिठाई का रंग परिवर्तित नहीं होता तो वह शुद्ध है लेकिन मिठाई का रंग बदल जाए तो वह मिलावटी है।
2 – आमतौर पर मिलावट पिस्ता या लड्डू पर अधिक होता है। यदि आप को इन दोनों का रंग अधिक चमकीला लगे तो लेने से बचे। परन्तु बाज़ार में भी आप इनके शुद्धता के मापदंड माप सकते हैं। आप हाथ पर मिठाई का टुकड़ा लेकर उसे मसले यदि हाथ पर मिठाई का रंग रह जाए, इसका मतलब मिठाई खाने योग्य नहीं है।
3 – बाज़ार में कई मिठाईयां, चांदी के वर्क की रहती है। उनमें कई मिठाईयों पर चांदी का वर्क नकली यानी मिलावटी होता है। नकली चांदी का वर्क हाथ से रगड़ने पर भी अलग नहीं होगा जबकि असली चांदी का वर्क रगड़ते ही मिठाई से अलग हो जाएगा।
4 – ज्यादातर मिठाईयां खोया यानी मावा की बनती है। लेकिन त्योहारों पर बाज़ारों में नकली मावे की मिठाई तेज़ी से बिक रही है। नकली खोये की पहचान करने के लिए आप आयोडीन की दो से तीन बूंदे डालें। अगर यह काला पड़ जाए तो समझें ले यह नकली है। इसके अलावा आप मावा को हाथ पर मसल कर भी परख सकते हैं यदि खोये के दानें हों तो समझे यह मिलावटी है।
इस तरह से आप मिठाई की शुद्धता की पहचान कर सकते है. बाज़ारों से मिठाई खरीदते वक्त आप इन मापदंडों के ध्यान रख सकते हैं। जिससे दीपावली में शुद्धता की मिठास रहें न ही कड़वाहट ।