भगवान राम के जन्मस्थान के दावे को लेकर देश में हमेशा से ही माहौल गर्म रहा है।
जहाँ अधिक्तर लोगों का मत है कि श्रीराम का जन्म अयोध्या में हुआ है वहीं इस किताब के लेखक का मत है कि भगवान राम का जन्म पाकिस्तान में हुआ है।
जी हाँ हम मजाक बिलकुल नही कर रहे है क्योंकि इस मुद्दे पर कोई भी ऐसी बात कहना जो कि मुनासिब नहीं है, एक नया विवाद खड़ा करती है। लेकिन आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के एक सदस्य ने अपनी किताब “फैक्ट्स ऑफ़ अयोध्या एपिसोड” में दावा किया है कि भगवान राम का जन्म अयोध्या में नहीं में हुआ है।
इस किताब के अनुसार और भी कई दावें किये गये है जो कि इस तरह है।
1 – राम जन्म का विवाद अंग्रेजों के समय से ही है, और राम मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाने की झूठी कहानी अंग्रजों ने ही हिन्दू और मुस्लिमों के बीच नफरत का जहर फ़ैलाने के लिए गढ़ी थी।
2 – इस किताब के मुताबिक वे उस मत को भी चुनौती देते है, जिसमें कहा गया है कि भगवान राम का जन्म त्रेता युग में हुआ था।
3 – वेद पुराणों के अनुसार गंगा के मैदान पर कही भी राम के जन्म या उनके साम्राज्य का उल्लेख नहीं है।
4 – उनके अनुसार भगवान राम का राज सप्त सिंधु में कहीं था, जिसके अनुसार भगवान राम का जन्म हरियाणा, पंजाब, पाकिस्तान यहाँ तक कि अफगानिस्तान में भी हो सकता है।
5 – इस किताब के लेखक ने पूर्व अधिकारी जस्सू राम के लेखन का हवाला देते हुए लिखा है कि वास्तव में भगवान राम का जन्म पाकिस्तान के डेरा इस्माइल में हुआ था।
6 – इस तरह भगवान राम अब से करीब 1.80 करोड़ वर्ष पूर्व हुए थे, हालाँकि दुनिया में कही भी इतने साल पुराने मानव सभ्यता के प्रमाण नही मिले है।
भगवान राम का जन्म कहाँ हुआ है ये तो आप ही तय करे। लेकिन सबसे जरूरी बात ये है कि मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम के चरित्र और उनके आदर्शों को हम अपने जीवन में कितना आत्मसात कर पायें है।