9. देवदूत नरक लेकर आया था युधिष्ठिर को
स्वर्ग जाकर युधिष्ठिर ने देखा कि वहां दुर्योधन एक दिव्य सिंहासन पर बैठा है, अन्य कोई वहां नहीं है. यह देखकर युधिष्ठिर ने देवताओं से कहा कि मेरे भाई तथा द्रौपदी जिस लोक में गए हैं, मैं भी उसी लोक में जाना चाहता हूं. मुझे उनसे अधिक उत्तम लोक की कामना नहीं है. तब देवताओं ने कहा कि यदि आपकी ऐसी ही इच्छा है तो आप इस देवदूत के साथ चले जाइए. यह आपको आपके भाइयों के पास पहुंचा देगा. युधिष्ठिर उस देवदूत के साथ चले गए.