अभिनेता राजेश खन्ना – पुराने ज़माने के महमूद वो स्टार थे जो दूसरों का मजाक उड़ाकर कॉमेडियन नहीं बने थे।
दुनिया ना केवल उनकी एक्टिंग की कायल थी बल्कि उनकी कॉमेडी को सबसे ज्यादा पंसद किया जाता है। साल 1932 में 29 सितंबर को महमूद का जन्म हुआ था। उन्हें हिंदी सिनेमा के लैजेंड के रूप में जाना जाता है।
वो अकेले ऐसे कॉमेडी एक्टर थे जो सुपरस्टारडम तक पहुंचे थे। उनके स्टारडम से पूरी फिल्म इंडस्ट्री कांपती थी। निर्देशक भी उन्हें साइन करने के बाद ही हीरो को साइन करते थे। बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार कहे जाने वाले अभिनेता राजेश खन्ना पर भी उस समय अपनी स्टारडम का भूत सवार था लेकिन महमूद साहब ने कुछ ऐसा कर दिया कि राजेश खन्ना सहम गए।
आइए जानते हैं अभिनेता राजेश खन्ना और महमूद साहब से जुड़े उस किस्से के बारे में…
अभिनेता राजेश खन्ना को थप्पड़
उस दौर में राजेश खन्ना सबसे बड़े और पहले सुपरस्टार थे। इस समय महमूद एक्टर और डायरेक्टर के तौर पर अपने काम में व्यस्त रहते थे। 1979 में उन्होंने अपनी फिल्म जनता हवलदार में राजेश खन्ना को कास्ट किया। इस फिल्म में हेमा मालिनी हीरोइन थीं। महमूद के फार्म हाउस पर फिल्म की शूटिंग ही चल रही थी वहां एक दिन महमूद जी के बेटे की मुलाकात राजेश खन्ना से हुई और वो दूर से ही उनसे दुआ-सलाम करके निकल गया।
इस बात पर राजेश खन्ना नाराज़ हो गए कि दूर से ही हैलो बोला और निकल गए। इस वजह से वो सेट पर लेट आने नगे और शूटिंग में रुकावट होने लगी। महमूद को घंटों तक राजेश खन्ना का इंतजार सेट पर करना पड़ रहा था। इस फिल्म में वो डायरेक्टर भी थे और एक्टर भी। घंटों इंतजार करने के बाद गुस्से से तिलमिलाए महमूद ने एक दिन लेट आने पर राजेश खन्ना के गाल पर तमाचा जड़ दिया।
उन्होंने कहा ‘ आप अपने घर पर सुपरस्टार होंगें लेकिन मैंने आपको काम करने का पूरा पैसा दिया है और आपको फिल्म करनी ही पड़ेगी’। इसके बाद राजेश खन्ना का दिमाग ठिकाने आ गया और उन्होंने ठीक से फिल्म को पूरा भी किया।
सुपरस्टार्स से भी ज्यादा फीस लेते थे
महमूद का कद हीरो से भी बड़ा था और ये इसी बात से साबित होता है कि 1971 में आई फिल्म ‘मैं सुंदर हूं’ के लिए एक्टर विश्वजीत ने 2 लाख रुपए की फीस ली थी जबकि इसी फिल्म में एक्टिंग के लिए महमूद को 8 लाख रुपए दिए गए थे। इससे पहले आई फिल्म हमजोली में भी जितेंद्र से ज्यादा फीस महमूद को मिली थी।
महमूद साहब के बारे में एक और बात कही जाती है कि वो अमिताभ बच्चन के गॉडफादर थे। उन्होंने ही अमिताभ को एक्टिंग और डासिंग सिखाई। महमूद साहब के जीवन में अरुणा ईरानी का किरदार भी बहुत मुख्य है। कहा जाता है कि उस दौर में एकसाथ फिल्मों में काम करते-करते दोनों के बीच प्यार हो गया था और दोनों ने गुपचुप शादी भी कर ली थी लेकिन बाद में अरुणा ईरानी ने इस बात को झूठ बताया था।
बड़े दुख की बात है कि जुलाई 2004 में अमेरिका के पेंसिलवेनिया में फिल्म इंडस्ट्री के इस महान कलाकार ने दुनिया को अलविदा कह दिया।