4) बजट
बजट बनाना आसान होता है, उस पर चलना मुश्किल और ये विश्लेषण करना कि पिछले महीने का बजट कैसा रहा, कहाँ जीते, कहाँ चूके और भी मुश्किल! लेकिन इसकी आदत डाल लीजिये ताकि अपनी ज़िम्मेदारियों का पता रहे और ये ना लगे कि एक सिर्फ़ खर्चता ही जा रहा है और दूसरा अय्याशी कर रहा है!