भारत और अमेरिका दो अलग-अलग देश है।
एक तरफ जहाँ अमेरिका विश्वशक्ति है तो वहीं भारत भी आज किसी से कम नही है।
आज पूरी दुनिया की नजर भारत और अमेरिका दोनों के आपसी संबंधों पर है लेकिन क्या आप जानते है अमेरिका के साथ जितने मधुर रिश्ते आज आपको दिख रहे है, वो दरअसल इतिहास में इतने मधुर नहीं हुआ करते थे। काफी कडवे हुआ करते थे ।
जी हाँ अमेरिका ने हमेशा से ही भारत के प्रतिद्वंदी पाकिस्तान का साथ दिया है। अमेरिका ने अपने निजी फायदे के लिए ऐसा किया था ।अमेरिका भारत को कभी भी आगे बढ़ते हुए नहीं देखना चाहता था। फिर चाहे भारत को नए और आधुनिक हथियार या तकनीक देने की ही बात क्यों ना हो अमेरिका इसके लिए कभी तैयार ही नहीं हुआ।
इतना ही नहीं एक वक्त तो ऐसा भी आया जब अमेरिका ने भारत के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए अपने जंगी जहाज तक भेज दिए थे।
आपको बता दें कि ये बात 1971 की है जब भारत और पाकिस्तान का युद्ध चल रहा था। उस समय भारत के साथ कोई नहीं था, दुनिया के ज्यादातर शक्तिशाली देश पाकिस्तान के पक्ष में थे। अमेरिका तो पाकिस्तान का इतना पक्षधर था कि उसने भारत के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए अपने जंगी जहाज तक भेज दिए थे।
लेकिन इस संकट की घड़ी में रूस (सोवियत संघ) ही भारत के साथ मजबूती से खड़ा था।
जब अमेरिका ने भारत पर हमला बोलने के लिए अपने जंगी जहाज भेज दिए तब सोवियत संघ ने अपना युद्धपोत भारतीय सेना की सुरक्षा के लिए रवाना कर दिया था। जैसे ही ये खबर अमेरिका को मिली कि रूस की सेना भारतीय सेना की सुरक्षा में खड़ी है, तब उसने अपनी सेना को आगे बढ़ने से रोक दिया।
भारत की इस युद्ध में शानदार जीत हुई जिसके बाद बांग्लादेश का निर्माण हुआ था।