जब तक खेल के मैदान पर खिलाड़ियों के बीच कोई अन-बन ना हो और जब तक खिलाड़ियों की आँखों में वह प्रतिद्वंदिता की भावना ना दिखे तब तक खेल देखने का मज़ा ही नहीं आता!
फिर चाहे वह कोई भी खेल हो. खेलों में हो रही प्रतिद्वंदिताएं सालों से चली आ रही हैं. फुटबॉल, बॉक्सिंग, और क्रिकेट जैसे खेलों में यह और भी भीषण हो जाती है.
यह सूची उन 7 खेल प्रतियोगिताओं की है जो एक होड़ में तब्दील हो चुकी हैं.
1. भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मुकाबला.
टी.वी फूटने लगते हैं! बीवियां छूटने लगती हैं! जब भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व कप में भिडंत होती है. दोनों देशों के लोग काम से छुट्टियां लेकर अपने-अपने घर में, टी-वी के सामने बैठकर मैच के अंत के नतीजे का अंदाजा लगाते रहते हैं. भारत और पकिस्तान के बीच 3 बार हुए सैन्य युद्ध की वजह से इन दो देशों के बीच होनेवाले मुकाबले की एहमियत और भी ज्यादा बढ़ जाती है. भारत-पकिस्तान खेल मुकाबला देखने वाले दर्शकों की संख्या 1 अरब के ऊपर मानी गयी है. भारत विश्व कप में पकिस्तान से कभी नहीं हारा है.
2. ब्राज़ील-अर्जेंटीना फुटबॉल मुकाबला.
ब्राज़ील और अर्जेंटीना, दोनों ही फुटबॉल जगत की दो सबसे महान टीमें हैं. इन दोनों के बीच हुए मुकाबले को ‘बैटल ऑफ़ द साउथ अमेरिकन्स’ का नाम दिया गया है. दोनों देशों ने फुटबॉल के खेल को बड़े-बड़े खिलाड़ी दिए हैं. अर्जेंटीना के माराडोना और ब्राज़ील के पेले को लेकर प्रशंसकों के बीच हमेशा होड़ मची रहती है. दोनों के बीच हुए सारे मुकाबलों में, दोनों टीमों ने कमाल का प्रदर्शन कर बराबर के मुकाबले जीते हैं.
3. निक्लॉस बनाम पाल्मर
सन 1960 का दशक गोल्फ प्रतिद्वंदिताओं का दशक कहा जा सकता है. सभी प्रतिद्वंदिताओं से ऊपर थी निक्लॉस और पाल्मर के बीच लगी होड़. इन दोनों खिलाड़ियों की बदौलत ही गोल्फ को अमेरिका में एक पारिवारिक खेल का दर्जा मिला था. दोनों के एकत्रित बनाये 25 मेजर और 1962 में यू.एस ओपन में हुए उनके डूएल कभी भुलाये नहीं जा सकते.
4. ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैण्ड की रग्बी टीमें.
ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैण्ड की रग्बी टीमों में हमेशा से जीतने की होड़ लगी रहती है. रग्बी एक ऐसा खेल है जिसमें शारीरिक और मानसिक ताकत की कड़ी परीक्षा होती है और यह दोनों टीमें इन दोनों क्षेत्रों में पूरी तरह से सशक्त हैं. यह दोनों टीमें विश्व श्रेणी में पहले और दुसरे स्थान पर हैं और ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 99 जीत दर्ज की है और न्यू ज़ीलैण्ड की टीम ने 93 जीत दर्ज की है.
5. बार्सेलोना और रिआल मैड्रिड
बार्सेलोना और रियाल मैड्रिड की फुटबॉल टीमों में प्रतिद्वंदिता की झलक सालों से दिखती आई है. रोनाल्डो और मेस्सी जैसे खिलाडियों की महानता के बीच हमेशा प्रसंशकों की अन-बन बनी रहती है.
दोनों टामें स्पेन की हैं और इसलिए वहाँ की सबसे ताकतवर टीम बनने की होड़ दोनों गुटों में लगी रहती है.
6. मुहम्मद अली और जो फ्रेज़र
मुहम्मद अली, दुनिया के सबसे महान बॉक्सर, और जो फ्रेज़र, जिन्होंने अली को हराया है.
दोनों की प्रतिद्वंदिता दुनिया में काफी प्रसिद्ध है. मुहम्मद अली और जो फ्रेज़र 1971, 1974, 1975 में आमने सामने आए. मुहम्मद अली के विश्व विजेता बनने के बाद फ्रेज़र को काफी बुरी तरह से चोट लग गयी थी और इसी वजह से उन्हें वह मैच बीच में ही छोड़ना पड़ा था. फ्रेज़र की मौत के बाद मुहम्मद अली ने फ्रेज़र की बतौर बॉक्सर बहुत तारीफ़ की थी और उन्होंने कहा कि वे उनकी हमेशा इज्ज़त करते रहेंगे.
7. इंग्लैंड और ऑस्ट्रलिया क्रिकेट टीमें.
सन 1882 से चली आ रही इस प्रतियोगिता में क्रिकेट जगत की दो महान टीमें शामिल हैं, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड. दुनिया के कई सबसे महान खिलाड़ी इस सालों से चली आ रही प्रतिद्वंदिता में शरीक हुए हैं. डॉन ब्रैडमैन, शेन वार्न, ग्रैहम कूच जैसे दिग्गज खिलाडियों ने एशेज को अपनी इज्ज़त मान कर क्रिकेट के खेल को खेला है. एशेज तब शुरू था जब ऑस्ट्रेलिया ने 1882 में इंग्लैंड को पहली बार हराया. बस! आगे तो इतिहास गवाह रहा है.
यह सही है कि यदि खेल में प्रतिद्वंदिता का भाव ना हो तो सारा मज़ा चला जाता है. लेकिन हर एक खिलाड़ी और प्रसंशक को एक बात का ख्याल करना चाहिए की सारी प्रतियोगिताओं और होड़ से बढ़कर ‘खेल’ होता है. आपकी अपनी-अपनी पसंदीदा टीमें या खिलाड़ी होंगे लेकिन ध्यान में रखिए, खेल हमेशा बड़ा होता है.