4. इस्लाम धर्म-
मुस्लिम धर्म भी कामवासना के विषय में ईसाई धर्म से मिलती-जुलती सोच रखता हैं. इस्लाम धर्म से जुड़े लोगों के लिए सेक्स निकाह के बाद ही जायज़ कहा गया हैं, साथ ही ब्रह्मचर्य जैसी किसी भी विचारधारा का बिलकुल समर्थन नहीं किया गया हैं. इस धर्म में यह बात भी कही गयी हैं कि अगर कोई मर्द समृद्ध हैं तो वह अपने वंश वृद्धि के लिए एक से अधिक निकाह कर सकता हैं.