जानिये रतन टाटा ने स्कूल के बच्चो को ऐसा क्या कहा जो हर बच्चे को जानना जरुरी है !
रतन टाटा जो दुनिया के बड़े उद्योगपतियों में से एक है.
एक आम इंसान से उद्योगपति बनाना रतन टाटा के लिए इतना आसन नहीं रहा होगा.
रतन टाटा ने अपने जीवन की सीख देते हुए बच्चो को कुछ बाते कही, जो जीवन का कडवा सच है, जिसका सामना हर इंसान को करना पड़ता है .
तो आइयेजानतेहैक्याहैवोबाते
जिंदगी में बहुत उतार-चढ़ाव है इसलिए इसकी आदत बना लेनी अच्छा है.ये
दुसरे इंसान तुम्हारे स्वाभिमान की कभी परवाह नहीं करेंगे इसलिए सबसे पहले अपने आपको साबित करके दिखाना चाहिए.
कॉलेज पास होते ही 5 आंकड़े का मेहनताना मत सोचो, क्योकि एक ही रात में कोई भी इंसान प्रधानमंत्री नहीं बन सकता. इसके लिए बहुत ज्यादा और अपार मेहनत करनी पड़ती है.
अभी आपको स्कूल के शिक्षक सख्त और डरावने लगते है क्योंकि आप लोगो ने अभी तक अपने जीवन में बॉस नामक प्राणी को नहीं देखा है.
तुम्हारी अपनी गलती सिर्फ तुम्हारी अपनी है और तुम्हारी जीत सिर्फ तुम्हारी ही जीत होगी. इसलिए किसी और को दोष मत दो अपनी हर गलती से सीखकर आगे बढ़ते चलो.
किसी के माता पिता जन्म के पहले इतने ऊबाऊ नही होते जितना उन्हें लगते है क्योकि तुम्हारे पालन पोषण में उन्होंने इतना ज्यादा कष्ट उठा लिया है कि अब उनका स्वभाव बदलना स्वभाविक है.
स्कूल में ही सांत्वना पुरस्कार देखने को मिलता है. कुछ स्कूलों में बार बार पास होने तक परीक्षा ली जाती है लेकिन स्कूल के बाहर की दुनिया का नियम बिलकुल अलग हैं. यहाँ हारने वाले इंसान को दोबारा मौका भी नहीं मिलता है .
जिंदगी के स्कूलों में वर्ग और कक्षा नहीं होती है और ना ही वहां एक माह की छुट्टी मिलती है और तो और आपको वहां सिखाने के लिए कोई समय नहीं देता है. सब कुछ आपको खुद से करना और सीखना पड़ता है.
जिंदगी टी वी के जीवन जैसा नहीं है और ना ही जिंदगी टी वी सीरियल ही तरह होती है. वास्तविक जिंदगी में कोई आराम नहीं मिलता वहां सिर्फ और सिर्फ काम करना पड़ता है.
कड़ी मेहनत करने वाले और लगातार पढ़ाई करने वाले अपने दोस्तों को कभी भी चिढाओ नहीं क्योकि जिंदगी में एक समय ऐसा भी आ सकता है कि तुमको उनके नीचे रह कर काम करना पड़ सकता है .
यह बाते जीवन की सच्चाई है. हर इंसान अपने जीवन में इस वक़्त से गुजरता है और वक़्त गुजरने के बाद इन बातो की सच्चाई और वास्तविकता का एहसास करता है.