4) बड़े शहरों में तो अब बिल्डिंगें बन गयीं और छतों पर जाना ईद-दिवाली में ही होता है, छोटे-शहरों में एक दूसरे के घरों से जुड़ी छतों पर मजमा लग्न आम सी बात हो जाती है| अब गर्मी के मौसम में अंदर कौन बैठेगा, छत पर हवाबाज़ी के साथ गपौड़ी पडोसी हों तो बिजली किसे चाहिए?