परलोक की कहानी – इंसानी दुनिया में जितने रहस्य है उससे ज्यादा रहस्य परलोक यानी की उस दुनिया में हैं जहां इंसान अपनी मृत्यु के बाद जाता है।
अपने जीवनकाल में धरती पर रहने के बाद इंसान एक निश्चित अवधि के बाद मृत्युलोक को छोड़कर परलोक जाता है।
हर इंसान के मन में इस बात को लेकर कईं उलझने और सवाल रहते हैं कि उस दूसरी दुनिया से जुड़े रहस्यों का खुलासा किस प्रकार हो सकता है। मृत्युलोक में शरीर के त्यागने के बाद इंसान की आत्मा कहां जाती है, उसके साथ क्या होता है और उसे पुनर्जन्म मिलता है या नहीं, ये ऐसे सवाल हैं जिन का जवाब मिलना अभी बाकी है।
यूं तो अपने-अपने स्तर पर इस बारे में कईं लोगों ने कईं तरह की बातें की है। मान्यताएं इस बारे में कुछ और कहती हैं तो साइंस कुछ और मानती हैं।
हिन्दू धर्म के अनुसार यमराज को प्राणहरता के नाम से जाना जाता है।
यमराज ही इंसान को मृत्यु प्रदान करते है और उसके प्राणों को हरकर अपने साथ ले जाते हैं। यूं तो ऐसा भी कहा जाता है कि किसी इंसान को मृत्यु प्रदान करने से पहले यमराज उसे कईं संकेत भी देते हैं लेकिन इंसान मृत्युलोक के बंधऩों में कुछ इस तरह जकड़ जाता है कि वो यमराज के इन संकेतों को नहीं पहचान पाता है। अक्सर देखा गया है कि इंसान कम उम्र में और मन में कईं इच्छा लिए भी इस दुनिया से रूखसत हो जाते हैं और उस दुनिया में पहुंच जाते हैं जहां से कभी कोई वापिस नबीं आ सकता लेकिन अगर हम आपसे कहे कि आज हम आपको एक ऐसी व्यक्ति की कहानी सुनाने जा रहे हैं जो कि इस दुनिया से उस दुनिया में जाकर फिर वापिस आ गया। हो सकता है कि आपको इस कहानी पर विश्वास ना हो लेकिन ये बात एकदम सच है।
मरने के बाद वापिस जिंदा होने के बाद ये बजुर्ग परलोक की कहानी सुना कर सबको हैरानी में डाल रहा है। ये शख्स फिरोजाबाद जिला मुख्यालय से थोड़ी दूरी पर बसे एक गांव मुख रामपुर के ज्ञान सिंह हैं। जिनकी परलोक की कहानी ने लोगों को आश्चर्य में डाल दिया है। ज्ञान सिंह कुछ ऐसी बातें कह रहे हैं जिन्हे समझ पाने और उन पर विश्वास करने में सबको बहुत कठिनाई हो रही है।
कुछ दिन पहले ज्ञान सिंह की सांस रूकने के कारण मौत हो गई थी। शोक में डूबे घरवाले जब उनके अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे तब अचानक उनके शरीर में कुछ हरकत होने लगी।
इसके बाद कुछ लोग डर गए तो कुछ समझे कि ज्ञान सिंह में फिर से जान लौट आई है, कुछ ही मिनटों में वो उठकर खड़े हो गए। उन्होने बताया कि उन्हे दो लोग ले जा रहे थे लेकिन वहां जाकर लोगों ने उन्हे अंदर नहीं घुसने दिया। उन्हे गर्म लकड़ी से पीटा गया और फिर उन पर उबलता पानी डाला गया। लेकिन फिर उन्हे वापिस जाने के लिए कहा गया क्योकि यमराज के दूत किसी और व्यक्ति के धोखे में ज्ञान सिंह को ले गए थे और ज्ञान सिंह का समय और होने के कारण उन्हे वापिस भेज दिया।
ये परलोक की कहानी तो सच है लेकिन इसे मानना या ना मानना पूरी तरह से आपके ऊपर है।