कहा जाता है कि मरने के बाद आत्मा दूसरा शरीर ग्रहण करती है. ये बात सत्य है. लेकिन मृत्यु के तुरंत बाद ही ऐसा नहीं होता है. पुनर्जन्म में समय लगता है. विज्ञान के अनुसार पुनर्जन्म होने के करीब 2 साल तक पिछले जन्म की कुछ यादें रहती है. इसीलिए पुनर्जन्म की घटना बताने वाले अधिकतर बहुत छोटे बच्चे होते है. समय के साथ साथ मस्तिष्क में नयी यादों का निर्माण होता है और पुरानी यादें धुंधली पड़ने लगती है.
अब ये सब बातें कितनी सच्ची है कितनी गलत इसका पता तो कोई भी नहीं लगा सकता. इसका पता तो तभी चलेगा जब हम खुद इनमें से किसी चीज़ का अनुभव करेंगे, लेकिन वो अनुभव भी तो मृत्यु के बाद ही मिलेगा.
तब हम किसी को कुछ बता नहीं सकेंगे क्योंकि आत्मा किसी से कुछ कह नहीं सकती.