4) गिल्ट या अपराध बोध जब रेसोल्युशन्स एक-एक करके टूटने लगते हैं तो उसका अपराध बोध बहुत ज़ख़्मी करता है यार! लगता है फिर से फ़ेल हो गए! कोशिश पुरज़ोर होती है लेकिन नतीजा वही का वही! लगता है क्या हम लूज़र हैं जो दो चार वादे भी नहीं निभा सकते? 1 2 3 4 5 Facebook Twitter Google+ Linkedin Pinterest Article Tags: Featured · things that happen after making resolutions · गुलाब जामुन · जॉगिंग · डाइटिंग · नए साल के रेसोल्युशन्स · नए साल में नए बदलाव · नया साल · वादा तोड़ना · वादा निभाना Article Categories: जीवन शैली