कहते है ना खाली दिमाग शैतान का घर होता है और ज़रा सोचिये अगर वो ख़ाली दिमाग किसी ग्राफिक डिज़ाइनर का हो तो देखिये कैसे एक ग्राफिक डिज़ाइनर बदल सकता है चेहरे.
देखा आपने कैसे अंकिता और सुशांत की फ़ोटोज़ को बदल दिया ?
इसलिए किसी भी फोटो पर आँख बंद कर भरोसा ना कीजिये क्य पता कि वो हो शैतानी एक खब्ती दिमाग डिज़ाइनर की.