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जब अपने ही शरीर के तापमान में जलकर भस्म हो गए दुनिया के करीब 200 लोग !

आग की लपटों में जलकर किसी भी इंसान का जिंदा बचना लगभग नामुमकिन है. जो व्यक्ति आग से खेलने की कोशिश करता है उसे इसका खामियाज़ा अपनी जान देकर चुकाना पड़ता है.

यहां आपसे एक सवाल है, क्या आपने कभी ये सुना या देखा है कि बिना आग के संपर्क में आए किसी व्यक्ति का शरीर पूरी तरह से जलकर भस्म हो गया हो? हम जानते हैं कि आपका जवान ना ही होगा क्योंकि इस तरह का वाकया हमने भी इससे पहले कभी नहीं सुना.

लेकिन यहां आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अपने ही शरीर के तापमान में व्यक्ति का जलकर भस्म हो जाना मुमकिन हैं. जी हां, पिछले 300 सालों में करीब 200 से भी अधिक व्यक्तियों की अपने ही शरीर की गर्मी के चलते मौत हुई है.

शरीर की गर्मी से मर चुके हैं दुनिया के 200 लोग

हालांकि इस बात पर विश्वास करना थोड़ा मुश्किल ज़रूर है लेकिन ये बिल्कुल सच है कि पिछले 300 सालों में 200 से भी अधिक लोगों की मौत इसी रहस्यमय तरीके से हुई है.

दुनियाभर से करीब 200 मामले ऐसे सामने आए हैं जिनमें ये दावा किया गया है कि इन लोगों की मौत उन्हीं के शरीर की गर्मी से जलकर हुई है लेकिन इन मौतों पर रहस्य आज भी बरकरार है.

इन रहस्यमयी मौतों से वैज्ञानिक भी हुए हैरान

रहस्यमय तरीके से काल के गाल में समाए इन लोगों के जले हुए शरीर की जब वैज्ञानिकों ने जांच की तो उन्होंने इस बात का खुलासा किया है कि इन लोगों की मौत किसी भी तरह के बाहरी आग से नहीं हुई बल्कि ये सभी अपने शरीर के बढ़े हुए तापमान की गर्मी से जलकर राख हुए हैं.

हालांकि इसपर भी सभी वैज्ञानिकों के मत एक-दूसरे से अलग हैं. कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसा सच में मुमकिन है जबकि कुछ वैज्ञानिक इसे गलत मानते हैं. 200 लोगों की इस रहस्यमयी मौत को वैज्ञानिकों ने Spontaneous Human Combustion (स्पोनटेनियस ह्यूमन कंब्यूशन) का नाम दिया है.

इन मौतों पर है वैज्ञानिकों की अलग-अलग राय

कुछ वैज्ञानिक का मानना है कि ऐसी घटनाओं में इंसानों का शरीर मोमबत्ती की तरह होता है और हल्की सी आग भी शरीर को जला देती है. इसके अलावा जब शरीर की गर्मी की वजह से शरीर पर कपड़े चिपक जाते हैं तब आग और भी बढ़ जाती है और इंसान कुछ ही देर में जलकर खाक हो जाता है. जबकि कई मामलों में इंसान का शरीर तो जल जाता है लेकिन उनके हाथ और पैर बच जाते हैं.

वाकई ऐसी बातें इंसानी समझ से बिल्कुल परे है कुछ वैज्ञानिक कहते हैं कि इंसानों के शरीर को जलाने के लिए 700 से 1000 डिग्री सेल्सियस की गर्मी चाहिए और शरीर की गर्मी से ऐसा होना असंभव है.

अगर वैज्ञानिकों की बात मानें तो फिर व्यक्ति के शरीर को जलाने के लिए 700 से 1000 डिग्री सेल्सियस की गर्मी चाहिए और अगर व्यक्ति के शरीर से 1000 डिग्री तक की गर्मी पैदा होती भी है तो फिर उसके शरीर के साथ-साथ उसके आस-पास की चीजें भी जलकर खाक हो जानी चाहिए.

बहरहाल यहां हैरान करनेवाली बात तो यह है कि इन सभी मौतों में व्यक्ति के सिर्फ शरीर ही जलकर राख हुए हैं जबकि उनके आस-पास मौजूद किसी भी चीज को नुकसान नहीं पहुंचा है. ऐसे में इस तरह की मौतों पर विश्वास करना किसी के लिए भी बेहद मुश्किल है.